विदिशा के लटेरी में फूटा नवनिर्मित डैम, 7 गांव डूबे, उमरिया के घोघरी बांध में भी लीकेज
कारम डैम के बाद अब उमरिया जिले के घोघरी बांध पर संकट, बांध में लीकेज के बाद खाली कराए गए आसपास के गांव, उधर विदिशा के लटेरी में नवनिर्मित बांध फूटने से 6-7 गांव डूब गए, ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है

भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश का दौर लगातार जारी है। इस बार बरसात ने प्रदेशभर में डैम निर्माण में हुई लापरवाहियों को उजागर कर दिया है। कारम डैम के बाद अब उमरिया जिले में स्थित घोघरी बांध में रिसाव शुरू हो गया है। प्रशासन ने खतरा को भांपते हुए आसपास के गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है। उधर विदिशा के लटेरी में भी एक बांध के फूटने की खबर आई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक विदिशा जिले के लटेरी ब्लॉक अंतर्गत आने वाले इस्लाम नगर में बना डैम भारी बारिश के चलते फूट गया है। डेम के फूटने के बाद आसपास के 6 से 7 गांव डूब गए। यहां खेतों में लगी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। यहां खेतो में रखे कृषि उपकरण भी बह गए। बांध फूटने से फिलहाल कोई जनहानि की सूचना नहीं है।
विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम मुरवास इस्लामनगर में बना स्टॉप डेम फूटने से कई खेतों पानी भरा जिससे 6 से 7 गांव की फसल पूरी नष्ट हो गई । @brajeshabpnews @ABPNews pic.twitter.com/8B7nBLFxmz
— pritesh agrawal (@pritagr) August 22, 2022
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लटेरी जनपद के सीईओ अजय वर्मा ने बताया कि ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। जहां उनके खाने पीने और रूकने की व्यवस्था की गई है। बांध वन विभाग का था। बारिश के चलते अत्यधिक मात्रा में पानी भरने के कारण बांध फूट गया है इससे खेतो की फसले बह गई और कुछ सामान बहने की जानकारी मिली है। पानी कम होने के बाद स्थिति पता चलेगी की कितना नुकसान हुआ है।
उधर उमरिया जिले में स्थित घोघरी बांध में दरार आ गई है और बांध के टूटने का खतरा पैदा हो गया है। बांध टूटने के खतरे को देखते हुए देर रात ही उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। खतरे को देखते हुए आसपास में तीन गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया गया है। फिलहाल पोकलेन मशीन की मदद से लीकेज वाली जगह पर मिट्टी भरने का काम किया जा रहा है।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सिंचाई विभाग के इंजीनियर्स बांध में आई लीकेज की जांच कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर बांध के किनारे रास्ता बनाकर बांध खाली कराया जाएगा। बता दें कि सिंचाई विभाग ने साल 2014 में घोघरी डैम का निर्माण कराया था।