भोपाल: बारिश के बीच आधे शहर में बिजली गुल, इंटरनेट ठप, सैंकड़ों पेड़ गिरे, 200 कॉलोनियों में घुसा पानी

राजधानी भोपाल में पिछले 36 घंटों से हो रही है लगातार बारिश, जोरदार आंधी के कारण शहर में सैंकड़ों पेड़ गिरे, 200 कॉलोनियों में पानी भर गया है, आधे शहर में देर रात से ही बिजली गुल है, कई दूरसंचार कंपनियों का इंटरनेट भी ठप हो गया है

Updated: Aug 22, 2022, 06:44 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले 36 घंटे से भोपाल में बारिश का दौर जारी है। बारिश के साथ ही 32 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल रही है। आंधी की वजह से शहर के विभिन्न इलाकों में 200 से अधिक पेड़ गिरने की सूचना है। इतना ही नहीं देर रात से आधे शहर में बिजली भी गुल है। 

भोपाल के पॉश इलाकों में शुमार श्यामला हिल्स, चार इमली, 74 बंगले में भी रात करीब दो बजे से लाइट नहीं है। यहां तक कि सीएम हाउस में भी बिजली नहीं है। बिजली नहीं होने की वजह से लैंडलाइन और इंटरनेट आदि की सप्लाई भी बंद है। दोपहर बाद तक भी कुछ पता नहीं कि चल सका है कि बिजली सुविधा कब बहाल होगी। इस वजह रहवासियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

बारिश के बाद कलियासोत डैम के 7, भदभदा के 5 और केरवा डैम के 5 गेट खोल दिए गए हैं। बड़ा तालाब के बोट क्लब में खड़ा क्रूज लेक प्रिंसेस एक मंजिला डूब गया है। 25 से ज्यादा कर्मचारियों ने रस्सी की मदद से उसे सेफ किया है। बताया जा रहा है कि रविवार रात साढ़े 8 बजे से सोमवार दोपहर 12 बजे तक 7.5 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस कारण 200 से ज्यादा इलाकों काॅलाेनियों में पानी घुस गया है। ईंटखेड़ी स्थित हलाली नदी उफान पर है, जिससे भोपाल-बैरसिया मार्ग बंद हो गया। 

राजधानी के कोलार में सबसे ज्यादा पानी भरा हुआ है। ललिता नगर और नयापुरा की 50 से ज्यादा दुकानों पर एक से दो फीट तक पानी भर गया है। रायसेन रोड स्थित आनंद नगर में बस स्टैंड उखड़ गया। कई इलाकों में वाहनों पर भी पेड़ गिर गए। 

आंधी पानी का असर दूर संचार कंपनियों पर भी पड़ा है। सोमवार सुबह अचानक कई कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क गायब हो गए। फोन और इंटरनेट सेवाओं के बाधित होने से यूजर्स परेशान होते रहे। बिजली नहीं होने से फोन, लैपटॉप भी बंद है इस वजह से कर्मचारी काम भी नहीं कर पा रहे हैं। 

आपात स्थिति को देखते हुए भोपाल नगर निगम द्वारा माता मंदिर में आपदा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। यहां 24 घंटे अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहेंगे। नगर निगम ने लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 0755-2542222, 2540220 और 2701401 जारी किए हैं। आपात स्थिति में रहवासी इन नंबरों पर कॉल कर मदद मांग सकते हैं।