भोपाल, इंदौर समेत मध्य प्रदेश के 5 बड़े शहरों में आज रात से नाइट कर्फ़्यू

Shivraj Chouhan: मुख्यमंत्री की बुलाई बैठक में फैसला, भोपाल, इंदौर के साथ-साथ ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में भी आज से शुरू हो जाएगा रात 10 से सुबह 6 बजे का नाइट कर्फ्यू

Updated: Nov 21, 2020, 02:50 PM IST

Photo Courtesy: India.com
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भोपाल। मध्य प्रदेश में फिलहाल दोबारा लॉकडाउन नहीं लगेगा, लेकिन राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से सरकार ने 5 शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में आज यानि शनिवार 21 नवंबर से हर रोज़ रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। राज्य सरकार ने 8वीं तक के सभी स्कूलों को 31 दिसंबर तक बंद रखने का फैसला भी किया है।

इससे पहले शुक्रवार शाम मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के ताज़ा हालात की समीक्षा के बाद फैसला किया कि फिलहाल राज्य में लॉकडाउन लागू करने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन जिन इलाकों में कोरोना महामारी के मामले ज्यादा होंगे उनमें नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। ये फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बुलाई बैठक में मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के ताज़ा हालात पर विचार-विमर्श के बाद किया गया। गुरुवार को राजधानी भोपाल में कोरोना के 425 और इंदौर में 313 मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने कोरोना पर बैठक बुलाई थी।

प्रदेश के जिन इलाकों में कोरोना की प़ॉजिटिविटी रेट पांच फीसदी से ज्यादा होगी, वहां नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा। यह नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लगाया जाएगा। 5 फीसदी पॉजिटिविटी रेट वाले इलाकों का मतलब उन क्षेत्रों से है, जहां कोरोना के हर 100 टेस्ट में 5 टेस्ट पॉजिटिव पाए जाएं। लेकिन इस फैसले को कब से लागू किया जाएगा, यह जानकारी अब तक नहीं दी गई है। राज्य में स्कूल-कॉलेज अभी बंद ही रहेंगे। सिनेमा हॉल्स के लिए फिलहाल पुरानी गाइडलाइन ही जारी रहेगी। यानी 50 फीसदी सीटिंग कैपेसिटी की ही इजाजत होगी।

मंत्रालय में मुख्यमंत्री की बैठक के दौरान ही उनका एक पुराना वीडियो वायरल हो गया। जिसमें वे दो शहरों में लॉकडाउन की बात कर रहे हैं। ये वीडियो छह महीने पुराना है। वीडियो सामने आने पर सरकार ने स्पष्ट किया कि की कि यह घोषणा पुरानी थी, अभी ऐसा कोई फैसला नहीं किया गया है।

बताया जा रहा है कि राज्य सरकार पिछले कुछ दिनों से स्कूल-कॉलेजों को खोलने पर विचार कर रही थी। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने एक प्रस्ताव भी भेजा था, जिसमें कहा गया था कि 20 नवंबर के बाद स्कूल खोले जा सकते हैं। लेकिन ताज़ा हालात के मद्देनज़र मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि इन्हें अभी बंद ही रखा जाएगा। सरकार ने यह फैसला खासतौर पर हरियाणा के अनुभव को ध्यान में रखते हुए लिया है, जहां स्कूल खोले जाने के बाद 119 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं।