रोजगार की मांग को लेकर NSUI ने निकाला मशाल जुलूस, प्रदेश अध्यक्ष बोले- दो करोड़ नौकरी का वादा था
बेरोजगारी के अंधकार को उजाला दिखाने के लिए NSUI के साथियों और युवाओं के साथ हमने मशाल जुलूस निकाला: आशुतोष चौकसे
भोपाल। प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस की छात्र संगठन एनएसयूआई केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर है। एनएसयूआई ने रविवार को राजधानी भोपाल में बेरोजगारी के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला। रोजगार की मांग को लेकर आयोजित इस मशाल जुलूस में सैंकड़ों स्टूडेंट्स शामिल हुए।
इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने मीडिया से कहा कि बेरोजगारी के अंधकार को उजाला दिखाने के लिए NSUI के साथियों और युवाओं के साथ हम मशाल मार्च निकाल रहे हैं। कांग्रेस कार्यालय से मशाल जुलूस निकालते हुए एनएसयूआई के कार्यकर्ता सीएम हाउस की तरफ निकले थे। हालांकि, उन्हें रेड क्रॉस चौराहे से पहले ही बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया।
चौकसे ने कहा कि सरकारी पद खाली होने के बाद भी बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। दो करोड़ नौकरी प्रतिवर्ष देने का वादा था। लेकिन ये निकम्मी मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है। भाजपा सरकार ने युवाओं को छलने का काम किया है। आज स्थिति ये है कि दो लाख भर्ती भी नहीं निकलती है। सरकार भर्ती निकालती भी है, तो घोटाले देखने को मिलते हैं।
चौकसे ने पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भर्ती निरस्त कर दी, लेकिन बाद में उसे क्लीन चिट दे दी गई। यह शर्म की बात है कि इन परीक्षाओं के टॉपर वो लोग हैं, जिन्हें देश की राजधानी भी नहीं पता है।
मशाल जुलूस में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद रहे। शर्मा ने कहा कि पटवारी भर्ती परीक्षा में जिस तरह से घोटाला हुआ था, वह गंभीर मामला था लेकिन सरकार ने उसे क्लीन चिट दे दी है जो की ठीक नहीं है। इस मामले की आगे जांच की जानी चाहिए। इसी के साथ में उन्होंने कहा कि प्रदेश में महंगाई भी बढ़ रही है, जिसे सरकार को कम करना चाहिए।