MP में 232 संदिग्ध मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट पेंडिंग, केवल 27 मरीजों की आई रिपोर्ट

दिसंबर माह में 259 संदिग्ध मरीजों के भेजे गए सैंपल, 27 मरीजों में से 9 में मिला ओमिक्रोन संक्रमण, प्रदेश में ओमिक्रोन फैलने की बढ़ी आशंका

Publish: Dec 27, 2021, 07:15 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में ओमिक्रोन की एंट्री के बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि के लिए प्रदेश से अब तक कुल 259 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए। लेकिन इनमें से मध्य प्रदेश सरकार को अब तक केवल 27 मरीजों की रिपोर्ट मिली। प्रदेश में 232 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट अब भी पेंडिंग है। ऐसे में प्रदेश में ओमिक्रोन के फैलाव का खतरा और बढ़ गया है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिसंबर महीने में भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर से कुल 259 सैंपल दिल्ली भेजे गए थे। इंदौर से 164, भोपाल से 70, जबलपुर से 17 और ग्वालियर से आठ संदिग्ध मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए। लेकिन 232 मरीजों की रिपोर्ट का अब तक इंतजार है। 

इस मामले में शिवराज सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का एक बयान भी मीडिया में सामने आया है। विश्वास सारंग ने कहा है कि मध्य प्रदेश को जनवरी के पहले हफ्ते तक जीनोम सीक्वेंसिंग की मशीन मिल जाएगी। हालांकि रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी के मसले पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि WHO ने कोरोना के मरीजों के मामलों में कुल पांच फीसदी मरीजों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने के लिए कहा है। सारंग ने कहा कि जांच में कोई लेटलतीफी नहीं हो रही है। उन्होंने खुद इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा की है। 

दूसरी तरफ रविवार को ही इंदौर में ओमिक्रोन के विस्फोट होने की जानकारी मिली है। इंदौर में अब तक कुल नौ मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हो चुकी है। यह सभी मरीज़ हाल ही में विदेश से लौटे थे। चिंता की बात यह है कि ये सभी लोग टीके की दोनों डोज लगवाने के बावजूद ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए। इतना ही नहीं ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया एक व्यक्ति तो अमेरिका में वैक्सीन की बूस्टर डोज भी ले चुका था। लेकिन इसके बावजूद वह ओमिक्रोन की चपेट में आ गया। 

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मध्य प्रदेश में कोरोना के मामलों में भी लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले एक हफ्ते में ही प्रदेश में कोरोना के 217 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से 113 मामले तो सिर्फ पिछले तीन दिनों में दर्ज किए गए हैं। 24 और 25 दिसंबर को प्रदेश भर में कोरोना के क्रमशः 42 और 41 मामले दर्ज किए गए थे।

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बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 30 मामले दर्ज किए गए हैं। इंदौर में सबसे अधिक 14 जबकि भोपाल में कोरोना के दस मामले दर्ज किए गए हैं। उज्जैन और धार में दो दो जबकि नरसिंहपुर और खरगोन में एक एक मामले सामने आए हैं। बड़े शहरों के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों में भी कोरोना के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। बैतूल, बालाघाट और खंडवा में लगतार कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। अकेले खरगोन में ही पिछले पांच दिनों में 6 लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा चुके हैं। प्रदेश में इस समय कोरोना के कुल 263 एक्टिव मरीज हैं।