राजगढ़ जिला अस्पताल में डेढ़ करोड़ का घोटाला, भाजपा नेता समेत पांच गिरफ्तार
राजगढ़ जिला अस्पताल में 1.58 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है। फर्जी उपस्थिति और जाली खातों के जरिए राशि का गबन किया गया। भाजपा नेता समेत 5 लोग गिरफ्तार हुए हैं।

राजगढ़| शहर के जिला अस्पताल में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति और वेतन भुगतान में 1.58 करोड़ रुपए से अधिक का बड़ा घोटाला सामने आया है। यह घोटाला निजी एजेंसी द्वारा फर्जी बायोमैट्रिक उपस्थिति और जाली बैंक खातों के जरिए अंजाम दिया गया। पुलिस ने इस संगठित षड्यंत्र में शामिल प्रथम नेशनल सिक्योरिटी कंपनी के प्रोपराइटर कुलदीप मिश्रा, मैनेजर कृष्ण कुमार, भाजपा नेता और पेटी कॉन्ट्रैक्टर राजेश खरे, आरएमओ कर्मचारी संजीव शर्मा और बायोमैट्रिक ऑपरेटर रामदयाल गुर्जर को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ कोतवाली थाने में BNS की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जांच में सामने आया कि यह घोटाला वर्ष 2016 से योजनाबद्ध तरीके से चल रहा था। सफाई कर्मचारियों के नाम पर फर्जी उपस्थिति दर्ज कर शासन से भुगतान लिया जा रहा था। वर्ष 2022 से 2025 तक हाउसकीपिंग और सामग्री मद में 1.88 करोड़ रुपए का भुगतान दर्शाया गया, जबकि वास्तविक खर्च मात्र 29.8 लाख रुपए हुआ। 49 कर्मचारियों के नाम पर 1.43 लाख घंटे की उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि हकीकत में केवल 5,445 घंटे की उपस्थिति सामने आई। 49 बैंक खातों में वेतन भुगतान दर्शाया गया, जिनमें से 16 खाते फर्जी निकले। साथ ही 18 लाख रुपए की सामग्री आपूर्ति भी कागजों में दिखाई गई, लेकिन उसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।
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इस घोटाले में शामिल भाजपा नेता राजेश खरे को टेंडर की शर्तों का उल्लंघन कर अवैध रूप से पेटी कॉन्ट्रैक्टर बनाया गया था। वह वर्तमान में राजगढ़ नगर पालिका का पार्षद और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा का जिला अध्यक्ष भी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा, एएसपी आलोक कुमार शर्मा और एसडीओपी अरविंद सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई की गई है। प्रशासन ने शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी गहन जांच के निर्देश दिए हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।