पटवारी भर्ती महाघोटाला, 15 लाख में रुपए तक में हुई एक सीट की डील, रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

पटवारी बनना है, 15 से 20 लाख रुपए लगेंगे। कॉन्स्टेबल के लिए 8 से 12 लाख रुपए और 6 से 10 लाख रुपए में फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी पक्की हो जाएगी। MP में सरकारी नौकरियों के रेट फिक्स हैं।

Updated: Oct 11, 2023, 05:12 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 के नतीजे आने के बाद इस पर कई सवाल उठे। दरअसल, भर्ती परीक्षा रिजल्ट के टॉप 10 टॉपर्स में से सात टॉपर ग्वालियर के NRI कॉलेज के हैं। इस रिजल्ट को कैंडिडेट्स ने स्वीकार नहीं किया और गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सड़कों पर आ गए। मामला तूल पकड़ने के बाद पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम के बाद भर्तियों पर रोक लगा दी गई। अब इसे लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे हैं। दैनिक भास्कर की एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट में बताया गया है कि पटवारी परीक्षा में एक सीट की डील 15 लाख रुपए में हुई।

शिवराज सरकार ने बीते दिनों बवाल बढ़ने के बाद कहा था कि जिस सेंटर के परिणाम को लेकर विवाद है उसकी जांच की जाएगी। इसके बाद रिजल्ट सामने आएंगे। सरकार ने ये फैसला तब लिया, जब चुनावी साल में हजारों की संख्या में अलग-अलग शहरों में छात्र सड़क पर उतरने लगे थे। दरअसल, कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा का केंद्र ग्वालियर का एक महाविद्यालय है, जो बीजेपी विधायक संजीव सिंह कुशवाहा का है। नतीजे सामने आए तो इस केंद्र के सात छात्रों ने टॉप दस में स्थान पाया, वहीं इस केंद्र से कुल 144 परीक्षार्थियों का चयन हुआ। उसके बाद से ही मामला जोर पकड़े हुए है।

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भास्कर में छपी के रिपोर्ट के मुताबिक भर्ती परिक्षाओं में गड़बड़ियों में ज्यादातर के तार ग्वालियर-चंबल से जुड़े हैं। एनएचएम में पेपर ग्वालियर से लीक हुआ। पटवारी में 10 में से 7 टॉपर ग्वालियर के कॉलेज के थे। कृषि विस्तार अधिकारी के 10 टॉपर एक ही कॉलेज से थे, वो भी ग्वालियर का ही था। ग्वालियर के पास सबलगढ़ में रहने वाले शिवम और हरिओम शर्मा फर्जीवाड़े से जुड़े हुए हैं। 15 मार्च से 26 अप्रैल, 2023 तक हुई पटवारी भर्ती परीक्षा की टॉपर पूजा शर्मा इसी गांव की हैं। 

ग्वालियर से करीब 100 किमी दूर सबलगढ़ गांव से कई कैंडिडेट्स का पैसे देकर सिलेक्शन हुआ है। भक्सर ने सबलगढ़ के एक स्टूडेंट के हवाले से बताया कि एग्जाम फ्रॉड का ये पूरा सिस्टम पूजा शर्मा के दो भाई चला रहे हैं, इसलिए उसे तो टॉप करना ही था। दावा है कि पूजा के दो भाई हैं शिवम और हरिओम शर्मा ही हैं। यही दोनों एग्जाम में सिलेक्ट करवा रहे हैं।
रिपोर्ट में एजेंट के हवाले से बताया गया है कि पटवारी बनना है, 15 से 20 लाख रुपए लगेंगे। कॉन्स्टेबल के लिए 8 से 12 लाख रुपए और 6 से 10 लाख रुपए में फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी पक्की हो जाएगी। MP में सरकारी नौकरियों के रेट फिक्स हैं।

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भास्कर की ये रिपोर्ट सामने आने के बाद एक बार फिर शिवराज सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। NEYU ने राज्य सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। NEYU के रंजीत किसानवंशी ने कहा, 'शिवराज सरकार भर्ती परिक्षाओं में धांधली रोकने में नाकामयाब रही है। घोटालेबाज सत्ताधारी दल के होते हैं इसलिए कार्रवाई नहीं होती। भास्कर की रिपोर्ट में पूरा स्पष्ट है कि किस तरह इन्होंने लाखों रुपए लेकर सीट बेचे हैं। हम तत्काल परिक्षाएं आयोजित कराए जाने और दोषियों के विरुध कार्रवाई की मांग करते हैं।'