PM की बेशर्म चुप्पी शर्मिंदा करती है, मणिपुर यौन हिंसा के विरुद्ध भोपाल में नागरिक समूहों का प्रदर्शन

भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर इकट्ठा हुए सिविल सोसायटी के लोग, मणिपुर में महिलाओं के साथ हो रहे यौन हिंसा की निंदा की, पीएम मोदी की चुप्पी पर उठाए सवाल

Updated: Jul 21, 2023, 07:57 PM IST

भोपाल। मणिपुर में महिलाओं के साथ यौन हिंसा की घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मानवता को कलंकित करने वाले इस घटना को लेकर पीएम मोदी की आश्चर्यजनक चुप्पी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मणिपुर की घटना को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पत्रकार, साहित्यकार और नागरिक समूहों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।

शुक्रवार दोपहर तीन बजे मध्य प्रदेश के कई सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों, महिला आंदोलनों और जनांदोलनों की तरफ़ से संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन का आयोजन रौशनपुरा चौराहे पर किया गया। उक्त आयोजन में 300 से अधिक पत्रकार, साहित्यकार, सोशल एक्टिविस्ट और अन्य संगठन से जुड़े लोगों ने भागीदारी की। 

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भारत के पूर्वोत्तर प्रांत मणिपुर में विगत लगभग 03 माह से विभिन्न समुदायों के बीच हिंसक घटनाएं जारी हैं जिनके चलते कई लोगों की मृत्यु हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हाल ही में उजागर हुई सर्वाधिक शर्मनाक घटना महिलाओं के उत्पीड़न की है जिसको सुनकर पूरा देश स्तब्ध है। इन घटनाओं में जहां आम लोगों के जीवन और उनकी सुरक्षा के संदर्भ में कई प्रश्न खड़े हुए हैं वहीं सत्तारूढ़ राजनैतिक दलों और प्रधानमंत्री की बेशर्म चुप्पी हम सभी को शर्मिंदा और परेशान करती है। 

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मणिपुर के हालातों पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए वहां के आम लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने हेतु इस प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ पत्रकार लज्जा शंकर हरदेनिया, प्रसिद्ध कवि राजेश जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कोठारी, जन आंदोलनकर्मी प्रमोद प्रधान, आशा मिश्र, चितरूपा पालित, रचना ढींगरा, एस.रामचंद्रन, पूषण भट्टाचार्य, लेखक रामप्रकाश त्रिपाठी, ईश्वर सिंह दोस्त, मनोज कुलकर्णी, प्रतिभा, आरती, संध्या कुलकर्णी, रेखा कस्तवार, शम्पा शाह, वीरेंद्र जैन, अनवारे इस्लाम, कार्टूनिस्ट बालेंद्र परसाई, वरिष्ठ पत्रकार राकेश दीक्षित, राकेश दीवान, शैलेंद्र कुमार शैली, सुधीर सक्सेना, महिला संगठनों से नीना शर्मा, खुशबू केवट, कुमुद सिंह, सामाजिक संगठनों से दयाराम नामदेव, अरुण दनायक, अनीश थिल्कनेरी, इरफान जाफरी, प्रार्थना मिश्रा, सीमा कुरूप, पवन पवार, जावेद अनीस, सत्यम, सपना सहित कई जानेमाने लोग शामिल रहे। 

भोपाल के सभी सामाजिक, महिला और सांस्कृतिक संगठनों ने मणिपुर में जारी हिंसक घटनाओं को रोकने हेतु राज्य और केंद्र सरकार की तरफ़ से उचित कार्रवाई और महिलाओं के ऊपर अमानवीय घटनाओं को अंजाम देने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही किये जाने की मांग की। उधर, भोपाल कांग्रेस के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष प्रकाश चौकसे के नेतृत्व में कांग्रेस ने गोविंदपुरा विधानसभा में मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई शर्मनाक घटना के विरोध में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के सामने मौन धरना कर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की गई। 

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता प्रकाश चौकसे ने कहा कि लंबे समय से मणिपुर जल रहा हैं। मणिपुर में भयावह स्थिति बनी हुई है लेकिन मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार ने हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जिससे हिंसा भड़काने वाले असामजिक तत्वों के हौंसले बढ़ते जा रहे हैं।
वहीं, युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने कहा कि मणिपुर की हिंसा को लेकर केन्द्र सरकार द्वारा अगर समय रहते सख़्त कदम उठाए होते तो यह भयावह स्थिति नहीं उत्पन्न होती ना ही लाखों लोगों को घर से बेघर होना पड़ता। ना ही हजारों महिलाओं का शील भंग होता। हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की महिला सांसदों की एक टीम जिसमें स्मृति ईरानी, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, निर्मला सीतारमण, हेमा मालिनी, किरण खेर को तत्काल मणिपुर रवाना कर दोनों ही समुदाय की महिलाओं से मुलाकात कर शांति स्थापित कराने का प्रयास करें।