नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच MP में सत्ता का संघर्ष तेज, नरोत्तम मिश्रा बोले- CM की रेस होती, तो होते शामिल

सतना में नरोत्तम मिश्रा के समर्थकों ने "प्रदेश का मुखिया कैसा हो नरोत्तम मिश्रा जैसा हो" के नारे लगाए, इसपर मिश्रा ने कहा कि अगर सीएम पद की रेस होती तो वे शामिल होते, अभी तो शिवराज ही हैं

Updated: Sep 10, 2022, 09:16 AM IST

सतना। मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच सत्ता का संघर्ष भी तेज हो गया है। प्रदेश बीजेपी नेताओं में मेल-मुलाकात का दौर जारी है और लगातार नए समीकरण बनते दिख रहे हैं। इसी बीच सतना का एक मामला चर्चा में आ गया है। यहां जब नरोत्तम मिश्रा पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने "प्रदेश का मुखिया कैसा हो नरोत्तम मिश्रा जैसा हो" के नारे लगाए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा शुक्रवार को मैहर में देवी दर्शन करने पहुंचे थे। मैहर से वे सतना पहुंचे, तो यहां उनका समर्थकों-कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। यहां सर्किट हाउस के बाहर जमकर नारेबाजी भी हुई। भाजपा कार्यकर्ता "प्रदेश का मुखिया कैसा हो नरोत्तम मिश्रा जैसा हो" के नारे लगा रहे थे। वहीं गृहमंत्री भी इस स्वागत से फूले नहीं समा रहे थे। उसके बाद वे पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी के निवास के लिए रवाना हो गए।

जब वे तिवारी के निवास से बाहर निकले तो उन्होंने मीडिया के लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में सीएम की कोई दौड़ नहीं चल रही। अगर कोई दौड़ होती तो वे जरूर शामिल होते। फिलहाल शिवराज ही सीएम हैं और सब उनके साथ हैं। मिश्रा के बयान से तो प्रतीत होता है कि प्रदेश बीजेपी में सबकुछ ठीक चल रहा है। लेकिन राजनीतिक जानकारों का मत इसके विपरित है। सियासी जानकारों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैलाश विजयवर्गीय के बीच हुई मुलाकात नेतृत्व परिवर्तन की ओर इशारा करती है। ऐसे में नरोत्तम मिश्रा भी समर्थकों से नारेबाजी करवा अपना दावा मजबूत करने में जुटे हुए हैं।