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lockdown 4.0 politics: पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी 200 कार्यकर्ता लेकर पहुंचे भोपाल। सियासी जुगत में अपनों और परायों दोनों से खतरा

Publish: May 24, 2020, 09:35 AM IST

मध्‍य प्रदेश में जब-जब शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्‍तार की खबरें उड़ती हैं तब-तब ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया समर्थकों में बेचैनी बढ़ जाती है। वे मंत्री बनने की दौड़ में पीछे छूटना नहीं चाहते हैं। इसलिए टिकट और मंत्री पद पाने की चाह में सिंधिया समर्थक नेताओं ने नियमों को तोड़ कर शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मंत्री तुलसी सिलावट के बाद अब रायसेन के डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रविवार को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में नियमों को तोड़ा। टिकट हासिल करने के लिए वे अपने क्षेत्र के कद्दावर भाजपा नेता गौरीशंकर शेजवार को भी कमतर दिखाना चाहते हैं।

कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी रविवार को रायसेन से 200 कार्यकर्ताओं को लेकर बीजेपी कार्यालय पहुंचे। यहां मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्‍यक्ष वीडी शर्मा की उपस्थिति में उन्‍हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई। पिछले विधानसभा चुनाव में रायसेन में डॉ. गौरीशंकर शेजवार के बेटे मुदित शेजवार को हराकर विधानसभा पहुंचने वाले चौधरी ने यह कवायद इसलिए की है कि वे शेजवार के क्षेत्र में बीजेपी से टिकट पाना चाहते हैं।

शेजवार को कमतर और खुद को बड़ा दिखाने के लिए चौधरी ने बीजेपी कार्यालय में जमकर लॉकडाउन के नियमों और सोशल डिस्‍टेंसिंग का उल्‍लंघन किया। न तो सभी कार्यकर्ता मास्‍क लगाए थे न इनके बीच दो गज की दूरी थी। फोटो सेशन के दौरान तो धक्कामुक्की के हालात बन गए।

मैनुअल अनुमति ले कर आ गए भोपाल

राज्‍य सरकार ने रविवार को ही साफ किया है कि भोपाल, इंदौर और उज्‍जैन जाने के लिए ऑनलाइन पास लगेगा लेकिन जानकारी के अनुसार चौधरी अपने 200 समर्थकों को ग्रीन जोन से रेड जोन में मैनुअल अनुमति लेकर आ गए। यह नियम विरुद्ध अनु‍मति रायसेन एसडीएम  ने जारी की।

 क्या मोदी जी के नियम सिर्फ गरीबों के लिए हैं? 

खुद की राजनीति चमकाने के लिए लोगों की जान संकट में डालने पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि  क्या मोदी जी के लॉकडाउन के नियम सिर्फ़ ग़रीबों, आमजन के लिये है,आपकी पार्टी के नेताओ पर यह नियम लागू नहीं होते है? क्या इसके दोषियों पर आमजन की तरह ही कार्यवाही होगी?