भोपाल के RGPV में करोड़ों का घोटाला उजागर, ABVP कार्यकर्ताओं ने अपनी ही सरकार के विरुद्ध खोला मोर्चा

RGPV में करोड़ों की गड़बड़ी के मामले में जांच की गई है, लेकिन रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। इसे लेकर विद्यार्थी परिषद का प्रदर्शन जारी है।

Updated: Mar 03, 2024, 12:01 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के एकमात्र तकनीकी विश्वविद्यालय RGPV (राजीव गांधी प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय) में करोड़ों का घोटाला उजागर हुआ है। बताया जा रहा है कि RGPV के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं। यह काम अनाधिकृत तरीके से किया गया है। इसे लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अपनी ही सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है।

ABVP ने RGPV में आर्थिक गड़बड़ियों को लेकर शनिवार को जोरदार प्रदर्शन किया। देर रात तक विद्यार्थी परिषद के लोगों ने यूनिवर्सिटी स्टाफ को बंधक बनाकर रखा था। रविवार को भी सुबह से उनका प्रदर्शन जारी है। दरअसल, RGPV में करोड़ों की गड़बड़ी के मामले में जांच की गई है, लेकिन रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। इसे लेकर विद्यार्थी परिषद का प्रदर्शन जारी है। वे रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं।

इधर, रविवार सुबह उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा मंत्री मंत्री इंदर सिंह परमार प्रदर्शनकारियों एबीवीपी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भी विवि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। मामले में FIR भी कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

RGPV विश्विद्यालय में करोड़ों के घोटाले के मामले में कुलपति को हटाने की भी तैयारी है। तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने स्पष्ट कहा कि कुलपति को हटाया जाएगा, फिलहाल उन्हें छुट्टी पर भेज रहे हैं। बता दें कि जांच रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार रहे डॉ. आरएस राजपूत को निलंबित कर दिया गया। जबकि यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड फायनेंस कंट्रोलर एचके वर्मा के खिलाफ यूनिवर्सिटी कार्रवाई करेगी। इसके अलावा, जांच के लिए तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग FIR दर्ज कराएगा।

दरअसल, यूनिवर्सिटी के तकनीकी शिक्षा विभाग को फरवरी के दूसरे हफ्ते में शिकायत मिली थी कि यूनिवर्सिटी के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए रजिस्ट्रार और फायनेंस कंट्रोलर के साइन से प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर हुए। जांच के लिए 19 फरवरी 20224 को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग ने तीन सदस्यीय समिति बनाई थी। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार भी यूनिवर्सिटी के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में आपराधिक षड्यंत्र के तहत ट्रांसफर किए गए हैं। बहरहाल, अब देखना होगा कि सरकार क्या कुछ करती है।