Serial Killer Udayan Das: गर्ल फ्रेंड की हत्या पर उम्र कैद

Bhopal: उदयन दास ने मां-बाप और गर्लफ्रेंड को उतारा था मौत के घाट, माता-पिता को रायपुर और दोस्त को दफनाया था भोपाल में

Updated: Aug 28, 2020, 02:22 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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भोपाल। सीरियल साइको किलर उदयन दास को पश्चिम बंगाल के बाकुंरा की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। उदयन ने अपनी दोस्त और अपने माता पिता की हत्या की है। उदयन दास साल 2017 से बंगाल की बाकुंरा जेल में कैद था। उसके खिलाफ पश्चिम बंगाल के अलावा भोपाल और रायपुर में मामले दर्ज हैं।

बाकुंरा के ADJ सुरेश विश्वकर्मा ने बचाव पक्ष और सरकारी वकील की दलील सुनी थी। उसके बाद किलर उदयन दास को उसकी प्रेमिका आकांक्षा की हत्या का दोषी करार दिया। इसके बाद बुधवार को कोर्ट ने फैसला सुनाते उदयन को उम्र कैद के और 20 हजार का जुर्माना लगाया है। इस फैसले के बाद उदयन के वकील ने हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।

भोपाल में की गर्लफ्रेंड की हत्या, शव को सीमेंटेड चबूतरे में दफनाया

दरअसल उदयन और आकांक्षा की फ्रेंडशिप सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। उदयन ने आकांक्षा को अमेरिका में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। जिसके बाद 23 जून, 2016 को वह भोपाल आई। उसने पिता को बताया था कि उसका दोस्त उदयन दास उसकी नौकरी अमेरिका में लगवाने वाला है।

जब आकांक्षा भोपाल में उदयन के घर पहुंची तब उसे अपने साथ हुए धोखे का पता चला। दोनों के बीच इसी बात को लेकर कई बार झगड़ा होता रहा। वहीं करीब एक महीने ऐसा ही होता रहा। इस दौरान आकांक्षा ने अपने माता पिता से बात करना भी कम कर दिया था। अंत में 23 जुलाई 2016 को उदयन ने आकांक्षा शर्मा की गला दबाकर हत्या कर दी और घर में ही उसके शव को एक बाक्स में डालकर सीमेंटेड चबूतरा बना दिया।

हत्या के बाद भी उदयन आकंक्षा के माता-पिता से करता था चैट

किलर उदयन हमेशा आकांक्षा के मोबाइल फोन माता-पिता को मैसेज करता रहा। उदयन ने आकांक्षा के परिजनों से कहा कि लोकल सिम नहीं है इसलिए वह उनसे बात नहीं कर सकती है, इसलिए वह मैसेज के जरिए बात करती है। 5 अक्टूबर 2016 को वह अकेले ही बांकुरा रवींद्र सरणी स्थित आकांक्षा के घर पहुंचा था। और कहा था कि आकांक्षा अमेरिका में है। अगर वो लोग अमेरिका जाना चाहते हैं, तो वह उन्हे भेज देगा। अकांक्षा के घर करीब चार दिन रहने के बाद उदयन 8 अक्टूबर, 2016 को बंगाल से लौटकर भोपाल आ गया गया था। आकांक्षा के परिजन बेटी से संपर्क नहीं होने से परेशान थे। शक होने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

जिसके बाद बंगाल पुलिस ने आकांक्षा के मोबाइल की लोकेशन भोपाल में ट्रैक की। आकांक्षा के परिजन भोपाल तो आए लेकिन आकांक्षा के बारे में कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद उन्होंने जनवरी, 2017 में  बांकुरा में उदयन के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया। और बंगाल पुलिस ने भोपाल से 1 फरवरी को उदयन को गिरफ्तार किया। तभी से वह जेल में था।

रायपुर में माता-पिता को मारकर बागीचे में दफनाया था

हत्यारे उदयन दास ने रायपुर के सुंदर नगर में अपने माता-पिता की हत्या करके घर के बगीचे में ही दफना दिया था। सीरियल किलर उदयन का कहना था कि उनकी हत्‍या इसलिए की थी क्‍योंकि वो उसे नशा और फिजूल खर्च करने से रोकते थे। उदयन पर मां-बाप की हत्या समेत पांच मामले रायपुर दर्ज है। जिस पर फैसला आना बाकी है। आकांक्षा की हत्या मामले में उदयन उम्र कैद की सजा सुनाई गई है।

उदयन दास ने लोगों को धोखा देने के लिए तीनों की हत्या करने के बाद भी उनके फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट संचालिच किया। लोगों को गुमराह करने के लिए उदयन हर बार नई कहानियां गढ़ता रहा ताकि लोगों को उनकी मौत के बारे में पता ना चले।