बीजेपी सांसद शंकर लालवानी पर कांग्रेस का आरोप, महाशिवरात्रि पर मनाया झूठमूठ का जन्मदिन
बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने महाशिवरात्रि पर धूमधाम से अपना जन्मदिन मनाया, लेकिन कांग्रेस ने पैनकार्ड और सरकारी रिकॉर्ड के हवाले से बताया है कि उनका जन्म तो अक्टूबर में हुआ है

इंदौर/भोपाल। लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करने और वाहवाही लूटने के लिए राजनेता बहुत कुछ करते हैं। लेकिन इंदौर से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी पर ऐसा आरोप लगा है जो हैरान करने वाला है। महाशिवरात्रि के मौके पर लालवानी ने अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया। लेकिन अब कांग्रेस सवाल उठा रही है कि सांसद महोदय का जन्म तो अक्टूबर में हुआ है, फिर उन्होंने मार्च में महाशिवरात्रि पर अपना जन्मदिन क्यों मना लिया?
दरअसल महाशिवरात्रि का पर्व था। क्षेत्र में लोगों तक खबर पहुंचाई गई कि आज सांसद महोदय का जन्मदिन है। लिहाजा उनके तमाम कार्यकर्ता और समर्थक जन्मदिन की शुभकामनएं देने पहुँच गए। सांसद महोदय ने महशिवरात्रि और जन्मदिन दोनों ही साथ-साथ मनाया। इतना ही नहीं सांसद मोहदय के कथित जन्मदिन के अवसर पर जनता के लिए भोज का भी आयोजन किया गया।
लेकिन कांग्रेस ने जल्द ही खुलासा किया कि लालवानी के पैन कार्ड पर उनकी जन्म तिथि 16 अक्टूबर लिखी हुई। यहां तक कि लोकसभा की वेबसाइट पर भी उनका जन्म 16 अक्टूबर को ही दर्शाया गया है। यानी लालवानी सही तारीख के लगभग पांच महीने बाद अपना जन्मदिन मना रहे थे। कांग्रेस नेताओं ने इस मसले को लेकर उनकी खूब खिंचाई की।
पार्टी ही फेक है तो असली जन्मदिन कैसे मना सकते हैं लालवानी: NSUI
एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता सुहृद तिवारी ने कहा है कि जब इंदौर सांसद शंकर लालवानी की पूरी पार्टी ही फेक(फर्जी)है तो क्या फर्क पड़ता है जन्मदिन की पार्टी असली है या नकली! समुद्र मंथन से निकले विष के समान है भाजपा! नफरत, घृणा और झूठ के बिना बीजेपी के किसी नेता को चैन कहा मिलता है।
जब इंदौर सासंद शंकर लालवानी की पूरी पार्टी ही फेक(फर्जी)है तो क्या फर्क पड़ता है जन्मदिन की पार्टी असली है या नकली!
— Suhrid Tiwari (@suhridtiwari1) March 14, 2021
समुद्र मंथन से निकले विष के समान है भाजपा! नफरत, घृणा और झूठ के बिना बीजेपी के किसी नेता को चैन कहा मिलता है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी का कहना है कि लालवानी और फर्जीवाड़े का चोली दामन का साथ है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस लालवानी के इस फर्जीवाड़े को चुनाव आयोग के सामने पेश करेगी और उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग करेगी।