MP By Election: बीजेपी का नया दांव, चुनाव को भूखे-नंगे बनाम पूजीपतियों की लड़ाई बनाने की तैयारी
शिवराज ने भांडेर रैली में पीसीसी चीफ कमल नाथ पर जमकर हमला बोला है, शिवराज ने कहा है कि हम भूखे नंगे ही जनता का दर्द समझते हैं, आप जैसे बड़े उद्योगपति जनता का दर्द क्या समझेंगे ?

भोपाल। मध्य प्रदेश के सियासी रण में नेताओं के बीच ज़ुबानी जंग दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। वार पलटवार के दौर के बीच अगला वार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को भांडेर रैली में पीसीसी चीफ कमल नाथ पर निशाना साधते हुए उन्हें रावण सा कह दिया है।
रावण का अहंकार नहीं रहा तो आपका क्या बचेगा ?
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के नेता बार बार जनता का अपमान कर रहे हैं। कमल नाथ जी कह रहे हैं कि मैं शिवराज थोड़े हूँ जो घर घर जाऊंगा। शिवराज ने आगे कहा 'कमल नाथ जी यह दंभ और अहंकार तो रावण का नहीं रहा, तो आपका क्या बचेगा ? इस उपचुनाव में शिवराज का हर रैली में ज़ोर भूखे नंगे वाले मुद्दे पर होता है। शिवराज जहाँ जाते हैं खुद को भूखा नंगा बताना नहीं भूलते। भांडेर रैली में उन्होंने कमल नाथ पर तंज कसते हुए कहा कि आप बड़े उद्योगपति होंगे लेकिन हम भूखे नंगे ही जनता का दर्द समझते हैं। शिवराज ने पीसीसी चीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमल नाथ की नज़रों में गरीब जनता की कोई इज़्ज़त नहीं है।
अहंकार से चूर कांग्रेसी जनता का बार-बार अपमान कर रहे हैं। कमलनाथ जी, कह रहे हैं कि मैं शिवराज थोड़े ही हूं, जो घर-घर जाऊंगा।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 16, 2020
कमलनाथ जी, यह दंभ और अहंकार तो रावण का नहीं रहा, तो आपका क्या बचेगा? : मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/3YP3Vm3J6C
कमल नाथ ने किसानों के सिर पर ब्याजों की गठरी रख दी
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री वही होता है जो जनता का दर्द समझता हो, उसे समस्या से बाहर निकलता हो, जनता को लाभ पहुंचता हो। पैसों का रोना रोने वाला किस बात का मुख्यमंत्री ? भांडेर में बीजेपी प्रत्याशी रक्षा संतराम सिरौनिया के समर्थन में रैली के दौरान उन्होंने कहा कि 'कमल नाथ ने जनता के सिर पर ब्याजों की गठरी रख दी थी। लेकिन इस ब्याज की गठरी को शिवराज सिंह चौहान हटाएगा' शिवराज ने कहा जब प्रदेश में मेरी सरकार आई तब कोरोना का प्रकोप आया लेकिन तब हमारी सरकार ने जनता तक सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ पहुँचाया। सिर्फ 6 माह में 23 हज़ार करोड़ रुपए का लाभ जनता में बाँट दिया।