नोडल अफ़सर का निलंबन पर्याप्त नहीं, बैलेट पेपर छेड़छाड़ मामले में दिग्विजय सिंह ने की कलेक्टर के निलंबन की मांग

चुनाव के नतीजों से पहले बालाघाट में सोमवार को स्ट्रांग रूम में बैलेट पेपर से छेड़छाड़ का वीडियो सामने आया है। इसमें कुछ कर्मचारी मत पत्रों को इकट्‌ठा करते दिख रहे हैं।

Updated: Nov 28, 2023, 10:31 AM IST

भोपाल। वोटिंग से पहले मध्य प्रदेश के बालाघाट में पोस्टल बैलेट के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इस मामले में कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट के नोडल अधिकारी हिम्मत सिंह को निलंबित कर दिया है। हालांकि, कांग्रेस इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने साफ तौर पर जिला कलेक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें सस्पेंड करने की मांग की है।

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नोडल अधिकारी के निलंबन संबंधी खबर ट्वीट कर लिखा, 'बालाघाट ज़िले में पोस्टल बैलेट की प्राप्ति व गिनती में केंद्रीय चुनाव आयोग के नियम व निर्धारित प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है। जिसकी पूरी जवाबदेही ज़िला कलेक्टर व पोस्टर बैलेट के रिटर्निंग ऑफ़िसर की होती है। इसलिए दोनों अधिकारियों का तत्काल निलंबन कर अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए। केवल नोडल अफ़सर का निलंबन करना पर्याप्त नहीं है।' 

ममला बालाघाट के पॉलीटेक्निक कॉलेज स्थित कंट्रोल रूम का है। यहां सोमवार को स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर पहरेदारी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संदिग्ध गतिविधियों की भनक लगी। वे जब अंदर गए तो उन्हें माजरा समझते देर नहीं लगी। दरअसल, स्ट्रॉन्ग रूम के अंदर डाक मतपत्र की पेटियां खोलकर इधर-उधर किया जा रहा था। मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ का वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। आनन फानन में राज्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने पोस्टल बैलेट के नोडल अधिकारी हिम्मत सिंह को निलंबित कर दिया।

वीडियो सामने आने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के चुनाव प्रभारी जेपी धनोपिया चुनाव आयोग पहुंचे थे। उन्होंने कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा को हटाने की मांग की है। कांग्रेस ने एक ट्वीट में लिखा कि, 'अंतिम साँसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिये बड़ा ख़तरा हैं। कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता सतर्क और चौकन्ना रहे। बीजेपी की करारी हार से बौखलाई चोरी की ये सरकार और कुछ सरकारी दलाल वोट चुराने की फ़िराक़ मे हैं।'

बहरहाल, मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आने के बाद बालाघाट कलेक्टर और एसडीएम सफाई देने में जुट गए हैं। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्र ने बयान जारी कर कहा कि, 'डाक मत्र पत्रों की गिनती नही की गई है। स्ट्रॉग रूम खोलने का कारण इटीपीबीएस की शॉर्टिंग करना था।' वहीं, एसडीएम ने कहा कि लिफाफे में बंद मत पत्रों के 50-50 बंडल बनाए जा रहे थे। ये तो रुटीन प्रोसेस हैं। 

अब सवाल ये है कि मतपत्रों के साथ जब कोई गड़बड़ी नहीं हो रही थी सबकुछ सामान्य था तो निर्वाचन आयोग ने नोडल अधिकारी को सस्पेंड क्यों किया? स्पष्ट है कि स्ट्रॉन्ग रूम में नियम विरुद्ध तरीके से मतपत्रों को खोला गया था। फिलहाल, इस मामले में कांग्रेस कलेक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग तेज कर रही है। अब देखना होगा की निर्वाचन आयोग द्वारा क्या कुछ कदम उठाया जाता है।