ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है, भोपाल सामूहिक आत्महत्या मामले में सीएम शिवराज पर बरसे नेता प्रतिपक्ष

मैं कहना चाहता हूं जिस मजबूरी में उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी। चार लोगों की आत्महत्या प्रदेश के लिए शर्मनाक है। इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है: नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह

Updated: Jul 13, 2023, 07:45 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सामूहिक हत्याकांड की घटना ने लोगों को हैरान कर दिया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है।

इस सामूहिक आत्महत्या को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़ित पुलिस से मदद मांगी थी, लेकिन सहायता नहीं मिलने के बाद उसने परिवार के साथ आत्महत्या कर ली।  नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने इस मामले को सरकार की नाकामी बताते हुए कहा कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है।

यह भी पढ़ेंःभोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी

भोपाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रीवा जिले के सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के विश्वकर्मा परिवार के एक व्यक्ति ने लोन लिया। लोन चुकाने के लिए दबाव डाला जा रहा था। इससे परेशान होकर वो पुलिस की शरण में गया और साइबर सेल में शिकायत की। लेकिन, शिवराज सिंह की सरकार और उनके जो तंत्र है पूरी तरह सत्ता के मद में मदांध मदहोश हो गया है।

डॉ सिंह ने आगे कहा, 'मैं कहना चाहता हूं जिस मजबूरी में उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी। चार लोगों की आत्महत्या प्रदेश के लिए शर्मनाक है। इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है। मैं शिवराज सिंह से कहना चाहता हूं कि आप सत्ता के लिए लाडली बहना की बात करते हैं। लेकिन, बहनें और बच्चियां आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं। बड़ी-बड़ी सभाएं करके करोड़ों रुपए जनता का फूंक कर प्रदेश को कर्ज के गर्त में डाल रहे हैं।'

यह भी पढ़ेंःइंदौर: पूर्व सांसद व समाजवादी नेता कल्याण जैन का निधन, लंबे समय से थे बीमार

रातीबड़ में हुई घटना को लेकर रीवा महापौर अजय मिश्रा बाबा ने भी शिवराज सरकार को निशाने पर लिया है। रीवा महापौर ने कहा, 'रीवा के सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के अंबा गांव के विश्वकर्मा परिवार जो भूमिहीन है बहुत गरीब परिवार है। वह रोजगार के उद्देश्य परिवार के साथ भोपाल में रह रहे थे। हमारे यहां इतनी बेरोजगारी है इस वजह से कई घटनाएं हुई। हमारे क्षेत्र में कोई उद्योग धंधा नहीं है। चारों तरफ बेरोजगारी है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार की तरफ से रोजगार देने के झूठे वादे हुए। रोजगार के लिए वह परिवार यहां रहने लगा और ऑनलाइन जॉब कर रहा था। यह बहुत दुखद घटना है।'