उमा भारती को जान का खतरा, बोलीं- शराब माफिया कभी भी हमला कर सकते हैं

सोमवार देर शाम भोपाल के अयोध्या बाइपास स्थित शराब दुकान पर पहुंचीं थीं उमा भारती, वहां काफी देर कुर्सी लगाकर बैठी रहीं

Updated: Oct 18, 2022, 07:08 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने आशंका जताई है कि शराब माफिया किसी भी वक्त उनपर हमला कर सकते हैं। उन्होंने शराब के विरुद्ध अपने अभियान को जारी रखने की भी बात कही।

उमा भारती सोमवार देर शाम भोपाल के अयोध्या बाइपास स्थित शराब दुकान पर पहुंचीं थीं। इस दौरान उन्होंने दुकान के सामने लगे पर्दे (नेट) हटवा दिए। इसके बाद वहां कुछ देर तक कुर्सी डालकर बैठी रहीं। स्थानीय लोग खासकर महिलाएं भी वहां जुट गए। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने प्रशासन को भी घेरा।

उमा भारती ने आगे कहा कि, 'शराब दुकानों में अहाते की कानूनी तौर पर अनुमति नहीं है, लेकिन स्थानीय प्रशासन की सहमति से अहाते खोल लिए जाते हैं। इसमें भारी भ्रष्टाचार होता है और हफ्ता वसूली से सबकी जेबें गरम होतीं हैं, इसलिए सब अपना कर्म भूल जाते हैं। तिलकधारी, जनेऊधारी, तलवारधारी अपने आप को भगवान का सेवक मानने वाले लोग अहाते आसानी से चलने देते हैं।'

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उमा भारती ने आगे कहा कि, 'दुर्गा जी और हनुमान जी के मंदिर के सामने शराब की दुकान और अहाता है। ये दुकान गैरकानूनी है। मैं 11 से 16 के बीच में यहां आना चाहती थी, लेकिन उज्जैन में प्रधानमंत्री और भोपाल में अमित शाह के कार्यक्रम थे। मैं नहीं चाहती थी कि उनके मध्यप्रदेश दौरे के समय कुछ करूं। मैं भाजपा की कार्यकर्ता हूं, शिवराज जी की छोटी बहन हूं। मैं उन्हें लज्जित होते हुए नहीं देख सकती। लेकिन जो हो रहा है, उसे देख नहीं पा रही हूं। ये दुकान मुझे छह महीने से अखर रही थी, ये दुकानदार कोर्ट से स्टे लेकर आ गए।'

उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि मुझ पर शराब माफिया का हमला होगा। मुझ पर जाति और धर्म के भेद का आरोप लगाया जाएगा। शराब की दुकानें चलाने वाले लोगों को ताकत सत्ता से प्राप्त हुई है। मेरा इतना ही कहना है कि उन्हें सत्ता से मिली ताकत सरकार वापस ले ले। बता दें कि, उमा भारती ने 7 नवंबर से प्रदेश में शराब बंदी लागू होने तक घर छोड़कर शराब दुकान के सामने टेंट लगाकर रहने का ऐलान किया है।