जब तक गांव, गरीब, मजदूर और किसान समृद्ध नहीं होंगे, देश का विकास नहीं होगा, जबलपुर में बोले नितिन गडकरी

गडकरी मंगलवार को मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। उन्होंने जबलपुर के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में 2,327 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया।

Updated: Jan 30, 2024, 03:40 PM IST

जबलपुर। केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को जबलपुर पहुंचे। यहां उन्होंने वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में 2,327 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक गांव, गरीब, मजदूर और किसान समृद्ध नहीं होंगे, तब तक देश का विकास नहीं होगा।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जबलपुर में अपने संबोधन में कहा, 'विकास के लिए चार चीजें जरूरी हैं। मोटर, पावर, ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन। अमेरिका धनवान है, इसके कारण वहां के रास्ते अच्छे नहीं हुए, बल्कि वहां के रास्ते अच्छे हैं इसलिए अमरीका धनवान है। हम सड़कें इसीलिए बना रहे हैं। इससे टूरिज्म बढ़ेगा और व्यापार बढ़ेगा। अच्छी रोड और रिसॉर्ट से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ेगी।'

गडकरी ने आगे कहा, 'जब मैं भाजपा अध्यक्ष था तब भारत सरकार ने मप्र को कृषि विकास का अवॉर्ड शिवराज सिंह को दिया था, इसकी मुझे खुशी है। मैं किसान हूं। मध्य प्रदेश कृषि में अग्रणी है। किसानों के लिए काम करता हूं। जब तक गांव, गरीब, मजदूर और किसान समृद्ध नहीं बनेंगे, तब तक देश का विकास नहीं होगा। हम मध्य प्रदेश में तीन लाख करोड़ के काम करेंगे। यहां में कोयला है। कोयले से मिथेनॉल बनाइए। इससे वाहन चलेंगे। इंपोर्ट इफेक्टिव, पॉलूशन फ्री पॉलिसी राज्य सरकार की होगी तो हमारी ओर से कई काम होंगे। आने वाले दिनों में मप्र पहले तीन प्रगतिशील राज्य में आएगा।'

गडकरी ने कहा, 'हमारे विभाग ने इनीशएटिव लिया कि किसान अब केवल अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता बनेंगे। जबलपुर क्षेत्र को जितनी बिजली लगती होगी, उतनी मैं तैयार कर दूंगा। बायोमास को हम एनर्जी क्रॉप्स में कंवर्ट करेंगे। बायोमास से सीएनजी बन रही है। हमने ट्रैक्टर और कार कंपनियों से कहा कि हाइड्रोजन ट्रैक्टर और कार बनाएं। मेरे पास हाइड्रोजन कार भी है। आने वाले समय में मप्र को ऊर्जा का केंद्र बनाइए। इससे ट्रांसपोर्ट भी आसान होगा और प्रदूषण भी कम होगा। मैं बेंगलुरु में हवा में चलने वाली डबल डेकर बस शुरू करने वाला हूं। भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में भी हवा में चलने वाला ट्रांसपोर्ट शुरू कीजिए।'