महिला दिवस पर भोपाल में दिखेगी महिलाओं की ताक़त, विधानसभा का घेराव करेंगी 5 हजार महिलाएं

मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान का आरोप, सीएम शिवराज चौहान की नाक के नीचे हो रही हैं सामूहिक बलात्कार की घटनाएं, भांजियों की चिंता छोड़ कुर्सी बचाने में लगे हैं मामा

Updated: Mar 06, 2021, 01:50 PM IST

Photo Courtesy : Outlook
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भोपाल। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राज्य की 5 हजार से ज्यादा महिलाएं बीजेपी सरकार के खिलाफ विधानसभा घेराव करने की तैयारी में हैं। मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस ने आज एलान किया है कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ने के विरोध में 8 मार्च को विधानसभा का घेराव किया जाएगा। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष मांडवी चौहान ने आज पत्रकार वार्ता करके इस कार्यक्रम की जानकारी दी।

मांडवी चौहान ने कहा कि  'प्रदेश की वर्तमान बीजेपी सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं का ग्राफ बढ़ी तेजी से बढ़ा है। खरीद-फरोख्त की सरकार में महिलाओं, युवतियों की घटनाएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, महिला उत्पीड़न से प्रदेश की महिलाओं, युवतियों में भय का माहौल व्याप्त है। विडंबना ये है कि सीएम जो अपने आपको प्रदेश का मामा बताते हैं, उनकी नाक के नीचे प्रदेश के कई जिलों में युवतियों के साथ दुष्कर्म की जघन्य घटनाओं से पूरा प्रदेश त्राहिमाम कर रहा है। लेकिन इस मामा को अपनी भांजियों की और अपनी प्रदेश की बहनों की कोई चिंता नहीं है। उन्हें चिंता सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने की है और उसी की सांठगांठ में वे हमेशा लगे रहते हैं।'

मांडवी चौहान ने बताया कि महिला कांग्रेस 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक महासम्मेलन कर रही है, जिसमें राज्यभर से 5 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल होंगी। इस सम्मेलन के बाद सभी महिलाएं मिलकर विधानसभा का घेराव करेंगी। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तमाम महिलाएं शिवराज सरकार को प्रदेश में बेहताशा महंगाई, महिला अत्याचार, बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, हत्याओं पर रोक लगाने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के लिए ललकारेंगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इसके बाद भी सरकार नींद से नहीं जागी और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, दुराचार की घटनाओं पर रोक नहीं लगाई तो महिला कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी और मामा का चेहरा पूरे प्रदेश में बेनकाब करेगी।

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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में आज महिलाओं का न जीवन सुरक्षित है, न किचन सुरक्षित है और न ही जीवन यापन की पद्धति सुरक्षित है। उन्होंने कहा, 'शिवराज के सत्ता में आने के बाद महज 11 महीने में 10 हजार मामले महिलाओं के अपहरण और बलात्कार के दर्ज किए गए हैं। ये आंकड़े सीएम ने विधानसभा में खुद स्वीकार किए हैं। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले सीएम फांसी की सजा की बात करते हैं, जमीन में दस फीट गाड़ने का भी एलान कर चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि इन 10 हजार में मात्र 84 मामलों में सरकार दोष सिद्ध कर पाई है।'

मध्य प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 15 महिलाओं का होता है बलात्कार

शिवराज सिंह चौहान के सत्ता में आने के बाद 318 दिनों में पूरे प्रदेश में महिलाओं के साथ बलात्कार और अपहरण जैसी दस हजार से ज़्यादा संगीन वारदात दर्ज की गई हैं। 1 अप्रैल 2020 से लेकर 12 फरवरी 2021 तक दुष्कर्म और अपहरण के कुल 10,002 मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा खुद मध्य प्रदेश सरकार का है, जो विधानसभा में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोहनलाल वाल्मीक के सवाल के जवाब में पेश किया है। इस आंकड़े के अनुसार प्रदेश में प्रति दिन औसतन 15 बच्चियों या महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म जैसा जघन्य अपराध दर्ज किया गया है। इसके साथ ही प्रति दिन औसतन 16 बच्चियों या महिलाओं के अपहरण की वारदात सामने आई है।

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महिला दिवस पर ग्रैंड कार्यक्रम करने की तैयारी में शिवराज 

महिलाओं को लेकर सामने आए इस चिंताजनक आंकड़ों के बीच मध्य प्रदेश सरकार ने इस साल महिला दिवस को सेलिब्रेट करने के लिए बड़े-बड़े कार्यक्रमों करने का एलान किया है। मध्य प्रदेश विधानसभा में सदन संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं को दी जा रही है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर महिला सभापति बैठेंगी। इतना ही नहीं, इस दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कार चलाने से लेकर उनकी सुरक्षा तक की ज़िम्मेदारी महिलाएं निभाएंगी। महिलाएं तो सीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभा लेंगी, लेकिन बीजेपी के राज में महिलाओं की सुरक्षा का जो हाल खुद सरकार के आंकड़े बयान कर रहे हैं, उसमें सुधार कौन करेगा?