Bihar Election: बिहार में पहले चरण के 23% उम्मीदवारों पर हत्या, रेप, हत्या की कोशिश जैसे संगीन मामले

ADR Report: सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने 31% से लेकर 72% तक टिकट आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को दिए

Updated: Oct 21, 2020, 10:58 PM IST

Photo Courtesy: Google
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पटना। बिहार में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के खिलाफ बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज हैं। राज्य में पहले चरण के दौरान चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में लगभग 31% उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 23% उम्मीदवार तो ऐसे हैं, जिनके खिलाफ हत्या, बलात्कार और हत्या की कोशिश जैसे संगीन आरोपों में केस दर्ज हैं। संख्या के लिहाज से देखें तो पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 1066 उम्मीदवारों में से 328 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 244 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

बिहार चुनाव से पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और इलेक्शन वॉच ने पहले चरण में होने वाले मतदान के लिए अपनी रिपोर्ट जारी की है। यह रिपोर्ट पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 1066 में से 1064 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण करके बनाई गई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के संस्थापक जगदीप छोकर ने कहा कि राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों का चयन करते समय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है। आपराधिक रिकॉर्ड वालों को टिकट देने में उन्हें कोई हिचक नहीं हुई।

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिहार में पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने 31% से लेकर 72 % तक आपराधिक मामले वाले  प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाया हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 13 फरवरी 2020 के अपने निर्देश में राजनीतिक दलों को आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को चुनने और साफ छवि के उम्मीदवारों को टिकट न देने का करण बताने का निर्देश दिया था। लेकिन यह आंकड़े बताते हैं कि चुनाव प्रक्रिया को सुधारनें में राजनीतिक दलों की कोई दिलचस्पी नहीं है।

आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार 

रिपोर्ट के अनुसार आरजेडी के 41 में से 30, बीजेपी के 29  में से 19, एलजेपी के 41 में से 24, कांग्रेस के 21 में से 12, जेडीयू के 35 में से 15 और बीएसपी के 28 में से 08 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे उम्मीदवारों की संख्या आरजेडी में 41 में से 24, एलजेपी में 41 में से 20, बीजेपी में 29 में से 13, कांग्रेस में 21 में से 9 , जेडीयू में 35 में से 10 और बीएसपी में 28 में से 5 है। इनमें से 29 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले भी दर्ज हैं। इनमें 3 पर बलात्कार के मामले दर्ज हैं, जबकि 21 उम्मीदवारों पर हत्या के और 62 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास के मुक़दमे दर्ज हैं।