भोपाल में बड़ा तालाब पर सेना की बाढ़ राहत ड्रिल, पानी में डाइव कर सुरक्षा बलों ने किया लाइव रेस्क्यू

भोपाल के बड़ा तालाब स्थित 3 EME केंद्र में शुक्रवार को सेना, NDRF, SDRF और गृह विभाग की संयुक्त बाढ़ राहत मॉक ड्रिल हुई। ड्रिल में लाइव रेस्क्यू, गोताखोरी और बोट ऑपरेशन के जरिए आपदा प्रबंधन का रियल डेमो दिखाया गया।

Publish: Jun 27, 2025, 04:24 PM IST

भोपाल| शहर के बड़ा तालाब स्थित 3 EME प्रशिक्षण केंद्र, खानूगांव में शुक्रवार को सेना के नेतृत्व में बाढ़ राहत और खोज-बचाव कार्यों की संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में भारतीय सेना के साथ NDRF, SDRF और गृह विभाग की टीमें शामिल रहीं। सुबह 10:45 बजे शुरू हुई इस मॉक ड्रिल के जरिए शहरवासियों को आपदा के समय होने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन का वास्तविक अनुभव कराया गया।

अभ्यास के दौरान SDRF की टीम ने तालमेल के साथ पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया का अभ्यास किया। बोट के जरिए टीम के सदस्य पानी के बीच पहुंचे और डूब रहे व्यक्ति की लोकेशन ट्रेस कर उसे सुरक्षित बाहर निकाला। संचार के लिए वायरलेस और मोबाइल कॉल का उपयोग कर टीम के बीच बेहतर समन्वय भी प्रदर्शित किया गया।

यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में घोटाला जांच आयोग गठित करे सरकार, पूर्व सीएम कमलनाथ ने घोटालों का जिक्र कर उठाई मांग

NDRF के गोताखोरों द्वारा किया गया लाइव रेस्क्यू प्रदर्शन अभ्यास का सबसे रोमांचक हिस्सा रहा, जिसमें एक युवक को गहरे पानी से सफलतापूर्वक बाहर निकालते हुए वास्तविक परिस्थिति जैसी स्थिति को दर्शाया गया।

रेस्क्यू कार्यों में प्रयुक्त सभी प्रकार की बोट्स जैसे रिलीफ बोट, सेफ्टी बोट और रेस्क्यू बोट का उपयोग कर यह बताया गया कि अलग-अलग परिस्थितियों में इनका कैसे इस्तेमाल होता है। एक प्रदर्शन में युवक को तालाब के बीच से बोट द्वारा बचाया गया, जिसमें सेना, SDRF और NDRF के जवानों ने मिलकर शानदार समन्वय दिखाया।

पूरे अभ्यास के दौरान टीमों के बीच रियल टाइम कम्युनिकेशन और तालमेल को भी बखूबी दर्शाया गया, जिससे यह विश्वास मजबूत हुआ कि सेना और आपदा प्रबंधन एजेंसियां किसी भी संकट की घड़ी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। संयुक्त प्रयासों से की गई यह ड्रिल न केवल प्रशिक्षु बलों के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी एक भरोसेमंद संदेश बनकर सामने आई।