Amethi: प्रधानपति को अगवा कर ज़िंदा जलाया, अब तक तीन लोग गिरफ्तार
अमेठी के एक गाँव की दलित प्रधान के पति को ऊंची जाति के लोगों ने ज़िंदा जालकर मार डाला, मामले में अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है

अमेठी/लखनऊ। अमेठी के एक गाँव की दलित प्रधान के पति को ज़िंदा जलाकर मार डालने का दर्दनाक मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेठी के बंदुहिया गांव की दलित प्रधान छोटका के पति अर्जुन को गुरूवार देर रात गाँव के ऊंची जाति के लोगों ने आपसी रंजिश में ज़िंदा जला डाला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानपति अर्जुन गुरूवार शाम चौक पर चाय पीने गए थे। जिसके बाद देर रात तक अर्जुन अपने घर नहीं लौटे। परिजनों ने जब चिंतावश अर्जुन की खोज शुरू की तो वे गाँव के निवासी कृष्ण कुमार तिवारी के घर के अहाते में मिले। उनका शरीर 90 फीसदी तक झुलस चुका था। परिजनों ने रात तकरीबन 12 बजे पुलिस को अर्जुन के जले हुए की सूचना दी। इसके बाद अर्जुन को आनन फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। शुक्रवार सुबह लखनऊ के ट्रॉमा सेण्टर ले जाते समय उनकी मौत हो गई।
अर्जुन की पत्नी प्रधान छोटका का आरोप है कि गुरूवार शाम उनके गाँव के निवासी कृष्ण कुमार तिवारी और उसके चार अन्य साथियों ने अर्जुन को अगवा कर लिया। जिसके बाद उन लोगों ने उनके पति को जला डाला। छोटका के कथनानुसार कृष्ण कुमार तिवारी और उसके साथी हमसे फिरौती की रकम मांगते थे। उनका कहना था कि चूंकि हम प्रधान है तथा सरकारी ओहदे पर हैं, लिहाज़ा हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है। इसलिए वे लोग हमसे फिरौती मांगते थे। मेरे पति ने जब हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं होने वाली बात से इनकार कर दिया और फिरौती की रकम देने से मना कर दिया तब इन लोगों ने हमसे रंजिश पाल ली। जिसके बाद इन लोगों ने मेरे पति को मार डाला।
एसपी दिनेश सिंह ने हिंदी के एक प्रमुख न्यूज़ चैनल को मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि अर्जुन के घर वालों ने उनकी जली हुई हालत में उनका बयान फोन में रिकॉर्ड किया है। जिसमें अर्जुन पांच लोगों का नाम लेते सुनाई दे रहे हैं। पुलिस ने अर्जुन के परिजनों के कहने पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने तीन लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
बता दें कि अमेठी बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का लोकसभा क्षेत्र है। ईरानी 2019 में पहली बार राहुल गांधी को हराकर अमेठी से चुनकर लोकसभा पहुंची हैं। स्मृति ईरानी ने इस हृदयविदारक घटना की कोई जानकारी ली है या नहीं इसकी अभी तक कोई खबर नहीं आई है।