बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को केंद्र सरकार ने बताया प्रोपगैंडा, गुजरात दंगों में तत्कालीन राजनीतिक सत्ता को बताया है ज़िम्मेदार

गुजरात दंगों की सीक्रेट जांच में बीबीसी की दो पार्ट्स में बनी डॉक्यूमेंट्री India: The Modi Question पर राजनीति गरमा गयी है.. भारत सरकार इसे दुष्प्रचार बता रही है तो वहीं ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा है कि यूके सरकार की स्थिति स्पष्ट और लंबे समय से चली आ रही है और बदली नहीं है..

Updated: Jan 19, 2023, 03:20 PM IST

नई दिल्ली। गुजरात दंगों पर रिलीज हुई बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री ने दुनियाभर में सनसनी मचा दी है। इस डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया गया है। डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि गुजरात दंगों के दौरान मुस्लिम महिलाओं का योजनाबद्ध तरीके से बलात्कार किया गया था। वहीं, केंद्र सरकार ने इसे प्रोपगैंडा का हिस्सा करार दिया है।

केंद्र सरकार ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि गुजरात दंगों पर BBC की डॉक्‍यूमेंट्री एक प्रोपगैंडा का हिस्सा है। केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम नहीं जानते कि डॉक्‍यूमेंट्री के पीछे क्या एजेंडा है, लेकिन यह निष्पक्ष नहीं है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दुष्‍प्रचार फैलाती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह भारत के खिलाफ एक खास किस्म के दुष्प्रचार का नैरेटिव चलाने की कोशिश है। 

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान BBC ने 17 जनवरी को "द मोदी क्वेश्चन" नामक डॉक्यूमेंट्री का पहला एपिसोड मंगलवार को रिलीज किया था। इसे भारत में नहीं बल्कि सिर्फ यूके के लोगों के लिए प्रसारित नहीं किया गया था। हालांकि, डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा भारत में भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा था। बाद में केंद्र सरकार के निर्देश पर कई जगहों से इसे हटा दिया गया।

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डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि गुजरात दंगों के बाद ब्रिटिश सरकार ने एक जांच कमेटी गठित की थी और टीम को गुजरात जाकर पता लगाने के लिए भेजा गया था। हालांकि, तब से लेकर अबतक इस रिपोर्ट को दबाकर रखा गया था। जिसे बीबीसी के खोजी पत्रकारों ने डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से उजागर कर दिया।

"द मोदी क्वेश्चन" नामक इस डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि जांच दल द्वारा यूके सरकार को दी गई रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ‘हिंसा का दायरा, जितना रिपोर्ट किया गया उसकी तुलना में बहुत अधिक था’ और ‘मुस्लिम महिलाओं का व्यापक एवं योजनाबद्ध तरीके से बलात्कार किया गया’ क्योंकि हिंसा ‘राजनीतिक रूप से प्रेरित’ थी। इसमें आगे कहा गया है कि दंगों का उद्देश्य ‘मुसलमानों का हिंदू क्षेत्रों से सफाया’ करना था। डॉक्यूमेंट्री में आरोप लगाया गया है, ‘निस्संदेह यह मोदी की तरफ से हुआ।'

इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबंधित विश्व हिंदू परिषद (VHP) का भी उल्लेख है। बीबीसी से एक पूर्व राजनयिक ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ‘हिंसा व्यापक रूप से एक चरमपंथी हिंदू राष्ट्रवादी समूह विहिप द्वारा आयोजित की गई थी।' बता दें कि 2002 के दंगों के बाद ब्रिटिश सरकार ने मोदी द्वारा रक्तपात को न रोकने के दावों के आधार पर उनका राजनयिक बहिष्कार किया था, जो अक्टूबर 2012 में समाप्त हुआ।

हिंसा पर मोदी का इंटरव्यू करने वालीं बीबीसी की जिल मैक्गिवरींग ने नरेंद्र मोदी को काफी खतरनाक व्यक्ति के रूप में वर्णित किया है। डॉक्यूमेंट्री में जिल के एक सवाल पर पीएम मोदी को झुंझलाहट में ये कहते सुना जा सकता है कि, 'पहले आपको अपनी जानकारी ठीक करनी चाहिए। राज्य में बहुत शांति है। आप अंग्रेजों को हमें मानवाधिकार का उपदेश नहीं देना चाहिए।'

बहरहाल, डॉक्यूमेंट्री पर बवाल बढ़ने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ब्रिटिश संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए खुद को बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री सीरीज से किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि वे अपने भारतीय समकक्ष के बारे में किए गए चित्रण से सहमत नहीं हैं।