पिता का कर्ज चुकाने छह साल तक बंधुआ मजदूरी करता रहा मासूम, 50 हजार रुपये के बोझ तले दबा बचपन

बैतूल से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां महज 50 हजार रुपये के कर्ज ने एक मासूम का बचपन छीन लिया। पिता की गलती की सजा बेटे ने भुगती और पूरे छह साल तक बंधुआ मजदूरी करने को मजबूर रहा।

Publish: Sep 19, 2025, 02:59 PM IST

बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां 50 हजार रुपए के लिए एक सात साल के मासूम से उसका बचपन छीन लिया गया। वजह सिर्फ इतनी थी कि उसके पिता ने एक ठेकेदार से 50 हजार रुपयों का कर्ज लिया था। जिसे समय से चुका ना पाने की वजह से ठेकेदार ने ना केवल उसे और उसकी पत्नी के साथ मारपीट की बल्कि उसके सात साल के बच्चे को बंधक बनाकर 6 साल तक मजदूरी करने पर मजबूर किया। 

यह दिल झकझोर देने वाला मामला बैतूल जिले के ढूढर गांव का है। जहां गंजू उइके नामक व्यक्ति ने अपने भाई की शादी के खर्च पूरे करने के लिए हरदा जिले के झिरीखेड़ी गांव के एक ठेकेदार राहुल शर्मा से 50 हजार रुपये उधार लिए थे। तय समय पर कर्ज वापस न कर पाने की वजह से ठेकेदार ने गंजू और उसकी पत्नी को बुरी तरह पीटा और गांव से भगा दिया। साथ ही उनके सात साल के बेटे को बंधक बना लिया और उससे 6 साल तक लगातार मजदूरी कराई। जब भी उसके माता-पिता ठेकेदार के पास अपने बच्चे को छुड़ाने के लिए पहुंचे तो उन्हें हर बार अपमानित होकर खाली हाथ लौटना पड़ा। 

जब यह मामला सामाजिक संस्था जनसाहस तक पहुंचा तो उन्होंने बाल कल्याण समिति को इसकी जानकारी दी। इसके बाद प्रशासन की टीम हरदा पहुंची और बच्चे को वहां से मुक्त कराया गया और ठेकेदार राहुल शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है लेकिन उसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। साथ ही बच्चे को भी अब तक उसके परिजनों को नहीं सौंपा गया है क्योंकि उसके माता पिता के पास बच्चे का कोई वैध दस्तावेज मौजूद नहीं है। फिलहाल बच्चे को बैतूल से छिंदवाड़ा शिफ्ट किया गया है।