प्रधानमंत्री आवास योजना में हुआ 14 हजार करोड़ का घोटाला, सीबीआई ने किया भंडाफोड़

सीबीआई के मुताबिक DHFL के डायरेक्टर्स वधावन ब्रदर्स ने फर्जी लोन अकाउंट्स के जरिए किया हजारों करोड़ का गड़बड़झाला, कपिल-धीरज वधावन के खिलाफ केस दर्ज

Updated: Mar 25, 2021, 02:05 PM IST

Photo Courtesy: NDTV
Photo Courtesy: NDTV

नई दिल्ली। केंद्र सरकार की बहुप्रचारित प्रधानमंत्री आवास योजना में हजारों करोड़ के घोटाले का खुलासा हुआ है। सीबीआई ने बड़े पैमाने पर हुए इस घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के डायरेक्टर्स को आरोपी बनाया है। जांच एजेंसी ने कंपनी ने डायरेक्टर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। दोनों भाई इस समय धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में जेल में बंद हैं।

सीबीआई ने बताया है कि, कपिल और धीरज वधवान ने 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के ‘फर्जी व काल्पनिक’ होम लोन मंजूर किए हैं। साथ ही इसके लिए PMAY के तहत सरकार से 1,880 करोड़ रुपये की ब्याज सब्सिडी भी हासिल कर ली। सीबीआई का दावा है कि दिसंबर 2018 में डीएचएफएल ने अपने निवेशकों को कहा कि उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 88 हजार 651 होम लोन जारी किया है। इसके जरिए सरकार ने 539 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी है और 1347 करोड़ का सब्सिडी अभी मिलना बाकी है।

फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है की कपिल और धीरज वधावन ने पीएम आवास योजना के अंतर्गत सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए 2 लाख 60 हजार फेक होम लोन अकाउंट बनाए। होम लोन अकाउंट बनाने के बाद अवैध तरीके से सब्सिडी का लाभ उठाया गया। सीबीआई के मुताबिक, 2007 से 2019 के बीच इन अकाउंट्स पर 14 हजार 046 करोड़ का होम लोन सैंक्शन किया गया। जांच के दौरान पता चला कि, इनमें से 11755 करोड़ रुपए फर्जी फर्मों में ट्रांसफर कर दिए गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बहुप्रचारित योजना में हजारों करोड़ के घोटाले की खबर आने के बाद हड़कंप मच गया है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि घोटाले का यह खेल अकेले डीएचएफएल के प्रोमोटर्स बंधुओं का नहीं है, बल्कि इसमें किसी बड़े ओहदेदार का भी हाथ है। बहरहाल, सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।