केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर घटाई एक्साइज ड्यूटी, पेट्रोल साढ़े 9 रुपए और डीजल 7 रुपए सस्ता हुआ
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया है कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर से 8 रुपए और डीजल पर से 6 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला लिया है, यह फैसला आज रात 12 बजे से यह लागू होगा

नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का सामना कर रहे देशवासियों को केंद्र सरकार ने मामूली राहत दी है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर से 8 रुपए और डीजल पर से 6 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला लिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है। यह फैसला आज रात 12 बजे से देशभर में लागू होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा कि, 'हम पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क 8 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर कम कर रहे हैं। इससे पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी। इससे सरकार का लगभग 1 लाख करोड़ प्रतिवर्ष का राजस्व घटेगा।'
7/12 We are reducing the Central excise duty on Petrol by ₹ 8 per litre and on Diesel by ₹ 6 per litre.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 21, 2022
This will reduce the price of petrol by ₹ 9.5 per litre and of Diesel by ₹ 7 per litre.
It will have revenue implication of around ₹ 1 lakh crore/year for the government.
वित्त मंत्री घरेलू गैस सिलेंडर के संबंध में कहा कि, 'इस वर्ष हम प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को ₹ 200 प्रति गैस सिलेंडर 12 सिलेंडर तक की सब्सिडी देंगे। इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी। इस फैसले से केंद्र सरकार का सालाना लगभग 6100 करोड़ का राजस्व प्रभावित होगा।' ऐसे में स्पष्ट है कि यह सब्सिडी सभी को नहीं बल्कि सिर्फ उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को दिया जाएगा।
9/12 Also, this year, we will give a subsidy of ₹ 200 per gas cylinder (upto 12 cylinders) to over 9 crore beneficiaries of Pradhan Mantri Ujjwala Yojana. This will help our mothers and sisters. This will have a revenue implication of around ₹ 6100 crore a year. #Ujjwala
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 21, 2022
वित्त मंत्री ने ट्वीट थ्रेड में लिखा है कि, 'हम प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर सीमा शुल्क भी कम कर रहे हैं, जहां हमारी आयात निर्भरता अधिक है। इससे उत्पादों की लागत में कमी आएगी। इसी तरह हम लौह और इस्पात के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर उनकी कीमतों को कम करने के लिए सीमा शुल्क को कम कर रहे हैं। स्टील के कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क कम किया जाएगा। हालांकि, कुछ स्टील उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाया जाएगा।'
11/12 Similarly we are calibrating customs duty on raw materials & intermediaries for iron & steel to reduce their prices.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 21, 2022
Import duty on some raw materials of steel will be reduced.
Export duty on some steel products will be levied.#MSME #iron #steel #Customs #Export
उन्होंने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए लिखा कि, 'प्रधानमंत्री मोदी ने निर्मला सीतारमण ने कहा जब से जिम्मा संभाला है, सरकार गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित। हमने गरीबों और मध्यम वर्ग की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं।' उन्होंने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान औसत महंगाई पिछली सरकारों की तुलना में कम रही है। हालांकि, आंकड़े इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं।
1/12 Our government, since when @PMOIndia @narendramodi took office, is
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 21, 2022
devoted to the welfare of the poor.We’ve taken a number of steps to help the poor and middle class. As a result, the average inflation during our tenure has remained lower than during previous governments.
बता दें कि देश में पिछले महीने यानी अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 8 साल के उच्चतम स्तर 7.79 फीसदी पर पहुंच गई थी। खुदरा महंगाई के आंकड़ों में यह बढ़ोतरी खाने-पीने की चीजों के अलावा ईंधन की बढ़ती कीमतों के चलते हुई। लगातार बढ़ रही महंगाई को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। बढ़ते विरोध को देखते हुए शनिवार को आखिरकार केंद्र ने देशवासियों को मामूली राहत देने का निर्णय लिया।