Chetan Chauhan: कोरोना ने नहीं सरकारी तंत्र ने ली जान
Coronavirus Updates: चेतन चौहान से साथ भर्ती सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने किया खुलासा, बीजेपी ने सपा एमएलसी को बताया कथावाचक

लखनऊ। उत्तरप्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री व पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के साथ कोविड अस्पताल में दुर्व्यवहार हुआ था। वह घुटन महसूस कर रहे थे। चौहान के साथ अस्पताल में भर्ती सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने इस बात का खुलासा किया है। साजन ने सदन में कहा कि उनकी जान कोरोना से नहीं गई, बल्कि सरकारी अव्यवस्थाओं ने उनकी जान ली है। मामले पर बीजेपी नेता दिनेश शर्मा ने उन्हें कथावाचक करार दिया है और कहा है कि सपा नेता कोरोना योद्धाओं को नकारा साबित करने पर तुले हैं।
कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके सपा एमलसी सुनील सिंह साजन ने विधानमंडल के सत्र के दौरान संजय गांधी पीजीआई में इलाज के दौरान अपना कड़वा अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया, 'जिस वार्ड के बेड नंबर 13 पर मैं था, उसी में बेड नंबर 14 पर चेतन चौहान भर्ती थे। उनके भर्ती होने के बाद वार्ड के दरवाजे पर पहुंची स्टाफ की टीम ने वहीं से पूछा चेतन कौन है? इस पर मंत्री ने अपना हाथ उठाया। टीम के एक स्टाफ ने उनसे पूछा चेतन तुम क्या करते हो? उन्होंने बताया कि मैं कैबिनेट मंत्री हूं। वहीं खड़े दूसरे स्टाफ ने पूछा कहां के? जवाब दिया - उत्तरप्रदेश सरकार के।'
कोरोना को लेकर अनुभव बेहद भयावह हैं। रोंगटे खड़े हो जाते हैं की यूपी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के साथ इलाज के दौरान क्या हुआ। स्वर्गीय चेतन चौहान के साथ जो हुआ, MLC सुनील साजन ने उच्च सदन को बताया तो हर कोई स्तब्ध रह गया। सुनील भी उसी वार्ड में भर्ती थे। सुनिए क्या हुआ था। pic.twitter.com/r17Cy0UfrP
— Brajesh Misra (@brajeshlive) August 22, 2020
साजन ने आगे बताया कि, 'चिकित्सकों की टीम ने फिर चेतन चौहान से पूछा कि तुम्हारे घर में कौन-कौन संक्रमित हैं। मंत्री से दुर्व्यवहार पर मैं खुद को रोक न सका और उन्हें बताया कि यह वही चेतन चौहान हैं जो देश के लिए क्रिकेट भी खेल चुके हैं। यह सुनने के बाद चिकित्सकों की टीम, यह कहते हुए कि अच्छा! यह वही चेतन चौहान हैं वहां से वापस चली गई।'
पांच बार टेस्ट, रिपोर्ट स्पष्ट नहीं
उन्होंने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, '19 दिन मैं अस्पताल में भर्ती रहा। 11 वें दिन मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। चार दिन बाद फिर पॉजिटिव आई। इसके बाद एक और टेस्ट करवाया तो नर्स ने फिर से पॉजिटिव बता दिया। हालांकि डॉक्टरों ने कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव है या नहीं इसकी एक बार और जांच करनी पड़ेगी। अगले दिन दूसरा टेस्ट हुआ। शाम में रिपोर्ट पूछा तो पता चला कि सैंपल का रैपर बदल गया। शाम में फिर तीसरा टेस्ट हुआ। सुबह डॉक्टरों ने बताया कि इस बार सैंपल ही बदल गया था अब चौथा टेस्ट होगा। चौथे टेस्ट के बाद मुझे बताया गया कि आपका फॉर्म तो चला गया लेकिन सैंपल नहीं पहुंचा। इसके बाद फिर मेरी पांचवी बार टेस्ट हुआ और मैने लिखकर दे दिया कि अब मैं अपने घर पर इलाज करवा लूंगा।
बीजेपी ने बताया कथावाचक
साजन के इस आपबीती को बीजेपी ने कथा करार दिया है। सदन के नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि, 'साजन एक अच्छे कथावाचक हैं। उनकी बातों का खंडन करने के लिए चेतन अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन सपा नेता कोरोना योद्धाओं को नकारा साबित करने में लगे हैं। हो सकता है लागतार काम करते-करते चिकित्सीय स्टाफ की वाणी में कटुता आई हो लेकिन हमें उनकी विषम परिस्थितियों का भी ख्याल रखना चाहिए।'