Congress : चीन पर PM Narendra Modi ने भ्रम फैलाया

India vs China : कांग्रेस ने पूछे 5 सवाल, चीनी सेना का कब्जा छुड़वाने के लिए मोदी सरकार की रणनीति क्या

Publish: Jul 20, 2020, 06:12 AM IST

Pic: Swaraj Express
Pic: Swaraj Express

नई दिल्ली। चीन को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर कांग्रेस एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय भूभाग में चीनी कब्जे का दुस्साहस लगातार बना हुआ है। चीन ना केवल डेपसांग में कब्जा किए हुए है बल्कि उसके अतिरिक्त सैन्य निर्माण से साफ तौर से खतरे का आभास है। यह बहुत दुख की बात है कि मोदी सरकार चीन को लेकर केवल भ्रम फैला रही है।

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने एलएसी पर यथास्थिति बनाए रखने का कोई दृढ़ संकल्प नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार चीन को लेकर विरोधाभासी बयान दे रही है और उसके द्वारा फैलाया गया भ्रम ना तो देश सेवा हो सकता है और ना ही राष्ट्रभक्ति। सुरजेवाला ने चीन मसले पर मोदी सरकार के कथित झूठ के सामने के लिए पांच तथ्य गिनाए।

  1. 19, जून को प्रधानमंत्री ने कहा कि ना तो हमारी सीमा में कोई घुसा है, ना कोई घुसा हुआ है और ना ही हमारी किसी पोस्ट पर किसी ने कब्जा किया हुआ है।
  2. 26 जून को चीन में भारत के राजदूत ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि भारत उम्मीद करता है कि ‘चीन अपनी जिम्मेदारी समझकर एलएसी में अपनी तरफ पीछे हट जाएगा।’
  3. 17 जून को विदेश मंत्री ने लिखित तौर पर स्वीकार किया कि चीन ने एलएसी के पार भारत की तरफ निर्माण किया है।
  4. 20 और 25 जून को विदेश मंत्रालय ने अपने बयानों में स्वीकार किया कि चीन ने मई-जून में भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है।
  5. 17 और 18 जुलाई को रक्षामंत्री के दौरे के बाद उन्होंने ट्वीट किया , ‘‘जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहां तक हल होगा, इसकी गारंटी नहीं दे सकता।’’

सुरजेवाला ने कहा कि सैटेलाइट तस्वीरों से ये साफ है कि चीन अब डेपसांग व दौलत बेग ओल्डी इलाके में निर्माण कर रहा है, जहां उन्होंने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पार कब्जा कर रखा है। यही नहीं, चीन पैट्रोलिंग प्वाईंट 10 से पेट्रोलिंग पॉइंट-13 तक भारतीय क्षेत्र में बाधा पैदा कर रहा है।

उन्होंने कहा कि पैंगोंग त्सो लेक इलाके में अभी भी चीन ने फिंगर 8 से फिंगर 4 तक की पहाड़ियों पर भारतीय सीमा के 8 किलोमीटर अंदर कब्जा कर रखा है। वहां 3000 के करीब चीनी सैनिक मौजूद हैं। इसके विपरीत भारत के फिंगर 4 पर स्थिति आईटीबीपी के एडमिनिस्ट्रेटिव बेस से मोदी सरकार भारतीय सेना को पीछे हटा फिंगर 3 व 2 के बीच में ले आई है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने डेपसांग के नजदीक खुद के क्षेत्र में स्थित नारी-गुंसा (Ngari-Gunsa) नागरिक हवाई पट्टी को सैन्य हवाई पट्टी में तब्दील कर लिया है। चीन ने दो सैनिकों के डिवीजन (20,000 से ज्यादा) को लद्दाख में भारतीय इलाके के नजदीक तैनात कर रखा है व बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री भी जमा की है।

पीएम से पांच सवाल

1. देश के लगभग हर समाचार पत्र, आर्मी जनरल व सैटेलाइट तस्वीरों और अब रक्षा मंत्री के खुद के बयान द्वारा प्रधानमंत्री के हमारी सीमा में घुसपैठ न होने के दावे को क्यों झुठलाया जा रहा है? क्या प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक को चीनी घुसपैठ के बारे में सही तथ्य नहीं बताए?

2. देश के रक्षा मंत्री के इस बयान का क्या मतलब है कि चीन से बातचीत के द्वारा हल की कोई गारंटी नहीं है? क्या चीनी कब्जे को स्वीकार करते हुए मोदी सरकार ने यह मान लिया है कि वो इसका हल नहीं निकाल सकते?

3. क्या चीन अब भी डेपसांग सेक्टर व दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में निर्माण कर रहा है? भारत की सीमा में हो रहे इस चीनी निर्माण के बारे हमारी सरजमीं की रक्षा के लिए मोदी सरकार क्या कदम उठा रही है?

4. क्या चीन ने अभी भी फिंगर 4 से फिंगर 8 के पैंगोंग त्सो लेक इलाके में कब्जा बना रखा है? चीनी सेना का यह कब्जा छुड़वाने के लिए मोदी सरकार की क्या रणनीति है?

5. मई, 2020 से पहले की यथास्थिति बनाने और चीन को भारतीय सीमा से पीछे धकेलने में कितना समय और लगेगा। आगे रास्ता क्या है?