Karnataka Scam: कांग्रेस ने मांगा कर्नाटक के मुख्यमंत्री का इस्तीफा, येदियुरप्पा के परिवार पर लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप
CM's Family Under Cloud: बेंगलूरू में 662 करोड़ के प्रोजेक्ट का ठेका दिलाने के एवज में करोड़ों की रिश्वत लेने का लगा है आरोप

कांग्रेस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से इस्तीफा देने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि येदियुरप्पा ने अपने रिश्तेदारों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। पार्टी ने पूरे मामले की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग भी की है।
येदियुरप्पा के परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप 662 करोड़ रुपये के एक हाउजिंग प्रोजेक्ट के सिलसिले में लगे हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट का ठेका एक कंपनी को दिलाने के एवज में येदियुरप्पा के दामाद और पोते को करोड़ों रुपये दिए गए। यह प्रोजेक्ट बेंगलूरू में पूरा किया जाना है।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि "बीजेपी की तमाम सरकारें, खासतौर पर कर्नाटक की सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई हैं। दागदार नेता सत्ता के शीर्ष पदों पर कब्जा जमाए हुए हैं। अगर बीजेपी और येदियुरप्पा में जरा भी शर्म बची हो तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए, वरना उन्हें हटाया जाना चाहिए।"
Party A, a close relative of Karnataka Chief Minister, is talking to Party B saying that a Rs.12 crore bribe was paid to Commissioner BDA from the contractor. Thereafter, additional bribe was demanded because the first Rs.12 crore bribe had allegedly vanished.: Shri @DrAMSinghvi pic.twitter.com/DTWdXxPyzy
— Congress (@INCIndia) October 12, 2020
सिंघवी ने कहा कि इस घोटाले से जुड़ी 95 प्रतिशत जानकारियां रिकॉर्डिंग और व्हाट्सएप चैट के रूप में हैं। बाकी की जानकारी मीडिया ने प्रकाशित और प्रसारित की है। एक ऐसी ही व्हाट्सएप चैट का हवाला देते हुए सिंघवी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को एक खास कंपनी को देने के लिए येदियुरप्पा के एक करीबी रिश्तेदार को 12 करोड़ रुपये दिए गए। उन्होंने कहा कि 12 करोड़ रुपये मिलने के बाद इतने ही अतरिक्त रुपये फिर से मांगे गए क्योंकि पहले वाली रकम गायब हो गई।
सिंघवी ने कहा कि यह अतिरिक्त रकम शेल कंपनियों के जरिए दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स में यह खुलासा हुआ है कि कोलकाता की सात शेल कंपनियों ने येदियुरप्पा के पोते शशिधर मर्दी की दो कंपनियों को पांच करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। हालांकि, मर्दी ने इस रकम को कुछ प्रोजेक्ट्स के लिए लिया गया लोन बताया है।
सिंघवी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के मौजूदा जज की निगरानी में होनी चाहिए। इस पूरे मामले पर सिंघवी ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर भी हैरानी जताई। उन्होंने यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री की चुप्पी यह बताती है कि सबकुछ उनके संज्ञान में हो रहा है। सिंघवी ने सवाल पूछा कि क्या येदियुरप्पा पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ कोई विशेष संबंध रखते हैं, जो उन्हें बचाया जा रहा है।
Main ques:
— Congress (@INCIndia) October 12, 2020
Why has our Prime Minister maintained an incriminatory silence? Why have the HM and BJP President maintained a sphinx-like silence? Does it suit them & thus maintain silence? Does the CM of Karnataka have a special leverage over them, over the party?: Shri @DrAMSinghvi pic.twitter.com/yhiVR3Ghwp
इससे पहले पिछले महीने कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने येदियुरप्पा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। येदियुरप्पा ने इन आरोपों को आधारहीन बताते हुए सिद्धारमैया से अपने आरोपों को सिद्ध करने की बात कही थी।