देश भर में आज कोरोना के टीकाकरण का ड्राई रन

वैक्सिनेशन के लिए ज़रूरी सुविधाओं और ट्रेनिंग ले चुके 96 हज़ार से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों की तैयारी जाँचने के लिए मॉक ड्रिल

Updated: Jan 02, 2021, 06:21 PM IST

Photo Courtesy: India TV
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नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारी कैसी है और उसमें अभी कहां-कहां सुधार की ज़रूरत है, इसकी बारीकी से जाँच आज की जानी है। इसके लिए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज ड्राई रन हो रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को दिशानिर्देश जारी करने के बाद शुक्रवार को रिव्यू मीटिंग भी की है। इससे पहले देश के चार राज्यों के दो-दो जिलों में टीकाकरण की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ड्राई रन किया गया था। इस बार ड्राई रन सभी राज्यों की राजधानियों में कम से कम तीन जगहों पर हो रहा है। कुछ राज्यों में ऐसे इलाकों में भी ड्राई रन किया जाएगा, जो काफ़ी दूरदराज़ के हों और जहां सामान की आवाजाही भी मुश्किल हो।

ड्राई रन के दौरान टीकाकरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, डेटा एंट्री, मोबाइल पर ज़रूरी संदेश भेजने और टीकाकरण के बाद उसका इलेक्ट्रॉनिक सर्टिफिकेट जारी करने की पूरी प्रक्रिया की मॉक ड्रिल की जा रही है। इसका मक़सद इस बात की जाँच करना है कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान लोगों को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है? इस पूरी प्रक्रिया पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी बारीकी से नज़र रख रहे हैं।

इस ड्राई रन के लिए करीब 96 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने की ट्रेनिंग दी गई है। 2360 लोगों को नेशनल ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स और 719 ज़िलों में 57 हज़ार से ज़्यादा लोगों को जिला स्तर पर ट्रेनिंग मिली है। 

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी ड्राई रन 
राजधानी भोपाल में तीन जगहों पर ड्राई रन हो रहा है। इसके लिए लोगों का Co-WIN प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इसके बाद उन्हें मैसेज के जरिए टीकाकरण का वक्त और जगह के बारे में बताया जाता है। इस मॉक ड्रिल की जानकारी और आंकड़े केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे।

कैसे होगा ड्राई रन

ड्राई रन की प्रोसेस में वैक्सीन लगाने के अलावा चार स्टेप्स शामिल हैं। इनमें जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है यानी बेनिफिशियरी की जानकारी, जिस जगह पर वैक्सीन लगाया जाएगा वहां का डिटेल, डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन और वैक्सीनेशन की मॉक ड्रिल और रिपोर्टिंग की जानकारी अपलोड करना शामिल है। ड्राई रन में पहले लिस्ट में शामिल किए कुछ लोगों को डमी वैक्सीन दी जाती है। इस दौरान वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए जरूरी इंतजामों का रिव्यू किया जाएगा। 

ड्राई रन के दौरान प्रत्येक साइट पर मेडिकल ऑफिसर इनचार्ज 25 बेनीफिशियरी को चुनेगा। हर सेंटर पर तीन कमरे होंगे। पहला कमरा वेटिंग के लिए होगा। इसमें हेल्थ वर्कर की पूरी जानकारी का डेमो मिलान होगा। दूसरे कमरे में वैक्सीन दी जाएगी। तीसरे कमरे में वैक्सीन लगवाने वाले को 30 मिनट रखा जाएगा। ताकि उसे कोई परेशानी होने पर इलाज दिया जा सके। ड्राई रन में बेनीफिशियरी हेल्थ वर्कर्स को ही बनाया गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया है कि वे बेनीफिशियरी का डेटा Co-WIN ऐप पर अपलोड करें। यह वैक्सीन की डिलीवरी और मॉनीटरिंग का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है।

गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में ऐसे ज़िलों को भी ड्राई रन में शामिल किया गया है जहां पहुँचना मुश्किल होता है और जिनके पास लॉजिस्टिक्स से जुड़ी अच्छी सुविधाएँ मौजूद नहीं हैं। इन जिलों में इलेक्ट्रिसिटी और स्टोरेज का भी इंतजाम ढंग का नहीं है। ऐसे में इस ड्राई रन का मक़सद ये देखना होगा कि ऐसे इलाक़ों में वैक्सीन‌ किस तरह पहुँचाई जा सकती है और उसे सही ढंग से लोगों को कैसे लगाया जा सकता है।