दिसंबर में गुज़र चुके किसान 26 जनवरी की हिंसा में तलब, दिल्ली पुलिस पर संगीन आरोप

ट्रैक्टर मार्च के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा के लिए क्राइम ब्रांच ने पंजाब के कुराली के रहने वाले एक ऐसे किसान को पूछताछ के लिए बुलाया है जिनका पिछले साल दिसंबर में ही निधन हो चुका है

Updated: Mar 06, 2021, 12:35 PM IST

Photo Courtesy : Jagran Josh
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नई दिल्ली/कुराली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पर बेहद गंभीर आरोप लगा है। आरोप यह है कि पुलिस ने पंजाब के कुराली में  एक ऐसे किसान को 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा में शामिल मानते हुए पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है, जिनका पिछले साल दिसंबर में ही निधन हो चुका है। दिल्ली पुलिस ने पंजाब के कुराली में बाकायदा मृतक किसान के घर नोटिस भेजकर उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया है। 

पंजाब के कुराली के निहोलका गांव में रहने वाले मृतक के परिजन दिल्ली पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस को देखकर हैरान हैं। उनकी हैरानी की वजह यह है कि नोटिस में मृतक किसान के अलावा परिवार के दो और लोगों का नाम भी दिया हुआ है। जबकि परिवार का कहना है कि उनमें कोई भी दिल्ली के प्रदर्शन में गया ही नहीं है। एक की तो दिसंबर में ही मौत हो चुकी है।

नोटिस जिन लोगों के नाम से आया है, उनमें एक 86 साल के  सुरजीत सिंह हैं। सुरजीत के बेटे भूपिंदर सिंह का कहना है कि उनके पिता और भाई, जगीर सिंह और गुरचरण सिंह कभी भी किसानों के इस विरोध का हिस्सा ही नहीं थे। भूपिंदर का कहना है कि मेरे पिता 86 वर्ष के हैं और बढ़ती उम्र के साथ कई बीमारियों से पीड़ित हैं। वे हमारे गांव में ही रहते हैं। उनके भाई गुरचरण सिंह, एक सेवानिवृत्त सरकारी शिक्षक हैं। वे भी शहर में रहते हैं और अब खेतीबाड़ी से जुड़े नहीं हैं। न ही वे किसान आंदोलन में कभी शामिल हुए हैं।

परिजनों के मुताबिक 24 फरवरी को उन्हें दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का यह नोटिस प्राप्त हुआ है। तभी से पूरा परिवार परेशान है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि पुलिस ने यह नोटिस किस आधार पर भेजा। यह सवाल लाज़िम भी है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसका कोई उत्तर नहीं दिया है। परिवार ने इस बारे में संयुक्त किसान मोर्चा के कानूनी टीम से कानूनी मदद मांगी है। किसान मोर्चा ने आश्वासन दिया है कि वे हरसंभव मदद करेंगे। परिजनों ने कहना है कि पंजाब सरकार को भी ऐसे सभी लोगों की मदद करनी चाहिए, जिन्हें इस तरह के नोटिस जारी किए गए हैं।

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मामले पर भारतीय किसान यूनियन (एकता) के प्रदेश अध्यक्ष बूटा सिंह बुर्जगिल ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने ऐसे कई अन्य लोगों को गणतंत्र दिवस हिंसा के मामले में नोटिस भेजी है, जिनकी मृत्यु 26 जनवरी से पहले हो चुकी है। उन्होंने कहा, 'वे एक डर पैदा कर रहे हैं और विरोध में लंगर सेवा या अन्य सेवाओं के लिए आने वाले वाहनों के पंजीकरण संख्या के आधार पर लोगों को नोटिस भी भेज रहे हैं। हमने लोगों से कहा है कि वे सीधे अपराध शाखा में ना जाने के बजाय पहले हमारी कानूनी टीम से संपर्क करें।