दिग्विजय सिंह ने जल शक्ति मंत्रालय के काम पर उठाए सवाल, कहा, न योजनाएँ पूरी कीं, न फंड खर्च कर पाए

कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा में कहा, राशि होने के बावजूद योजनाओं पर खर्च नहीं कर पा रहा मंत्रालय, 99 में केवल 44 योजनाएं हो पाईं पूरी, आवंटित धन खर्च नहीं होने के बावजूद क़र्ज़ लिया गया

Updated: Mar 16, 2021, 04:29 AM IST

Photo Courtesy: Outlook
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को संसद के ऊपरी सदन में जल शक्ति मंत्रालय की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए। राज्यसभा सांसद ने जल शक्ति मंत्रालय के कामकाज की पोल खोलते हुए कहा कि अब तक 99 योजनाओं में से मंत्रालय केवल 44 योजनाएं ही पूरी कर पाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मंत्रालय के कामकाज करने की गति काफी धीमी है, यहां तक कि आवंटित फंड भी खर्च नहीं हो पा रहा है।

राज्यसभा में सोमवार को जल शक्ति मंत्रालय के कार्य की समीक्षा करते हुए दिग्विजय सिंह ने मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर तंज कसा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस तरह से गजेंद्र सिंह शेखावत काम कर रहे हैं, उससे तो बीजेपी को भी शेखावत से उम्मीद नहीं रहेगी। दिग्विजय सिंह ने कहा कि शेखावत को इतने बड़े और महत्वपूर्ण मंत्रालय की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है लेकिन उनके मंत्रालय का काम संतोषजनक नहीं है। 

दिग्विजय सिंह ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय के कार्य करने की रफ्तार बेहद धीमी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय आवंटित राशि का भी उपयोग नहीं कर पा रहा है। कांग्रेस नेता ने इसके लिए हर घर नल योजना का उदाहरण दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार ने 2024 तक हर घर नल योजना के अंतर्गत हर घर तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन जिस गति इस योजना के अंतर्गत कार्य हो रहा है, उससे तो यही प्रतीत होता है कि मंत्रालय 2024 तक इस योजना के लिए आवंटित 60 हज़ार करोड़ राशि तक का उपयोग नहीं कर पाएगा। दिग्विजय सिंह ने इस बात पर हैरानी भी जताई कि कई मदों में आवंटित धनराशि पूरी खर्च नहीं की जा रही है, फिर भी कर्ज लिया जा रहा है।