दिशा रवि की गिरफ़्तारी पर चौतरफा घिरी सरकार, प्रियंका बोलीं, एक निहत्थी लड़की से डरते हैं बंदूक वाले

पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी का मसला तूल पकड़ता ही जा रहा है, सोशल मीडिया पर देश-विदेश के लोग 21 वर्षीय दिशा की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं

Updated: Feb 16, 2021, 03:38 AM IST

Photo Courtesy: New Indian Express
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नई दिल्ली। किसानों के आंदोलन से जुड़े एक ट्वीट के मामले में दिशा रवि की गिरफ्तारी का मसला गंभीर होता जा रहा है। देश-विदेश की दिग्गज हस्तियां 21 वर्षीय दिशा की गिरफ्तारी का विरोध कर रही हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दिग्विजय सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई दिग्गजों ने केंद्र सरकार के रवैए पर तल्ख टिप्पणियां की है। वहीं सोशल मीडिया पर रिलीज दिशा और जस्टिस फ़ॉर दिशा जैसे हैशटैग लगातार ट्रेंड कर रहे हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कड़े शब्दों में छात्रा दिशा की गिरफ्तारी को लेकर विरोध दर्ज किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।' 

कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने दिशा की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए लिखा है, "निहायत ही शर्मनाक। दुनिया भर में क्लाइमेट चेंज की चिंता करने वाली एक युवा एक्टिविस्ट पर अजीबोगरीब आरोपों में मुक़दमा चलाया जा रहा है!! अगर ऐसा ही होता रहा तो मलाला और ग्रेटा थनबर्ग जैसे युवा लोग अपराधी मान लिए जाएँगे!! ये कहां जा रहे हैं हम?"

देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि यदि 21 वर्षीय छात्रा देश के लिए खतरा है तो भारत की बुनियाद बेहद कमजोर है। उन्होंने ट्वीट किया, 'यदि माउंट कार्मेल कॉलेज की 22 वर्षीया छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि देश के लिए खतरा बन गई हैं, तो भारत बहुत ही कमजोर बुनियाद पर खड़ा है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की तुलना में किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए लाया गया एक टूक किट अधिक खतरनाक है!'  

चिदंबरम ने दिल्ली पुलिस को उत्पीड़कों का औजार करार दिया है। उन्होंने लिखा, 'भारत बेतुका रंगमंच बन रहा है और यह दुखद है कि दिल्ली पुलिस उत्पीड़कों का औजार बन गई है। मैं दिशा रवि की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं और सभी छात्रों और युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे निरंकुश शासन के खिलाफ आवाज उठाएं।'

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिशा की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर अटैक बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, '21 साल की दिशा रवि की गिरफ्तारी देश के लोकतंत्र पर एक अभूतपूर्व हमला है। अपने किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है।'  

शिवसेना ने भी दिशा की गिरफ्तारी पर तल्ख टिप्पणी की है। शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है, '21 वर्षीय छात्रा के खिलाफ एक तथाकथित खतरनाक टूलकिट को साझा करने पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बीजेपी के अनुसार हमारा देश इतना कमजोर है कि एक अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी द्वारा किसान आंदोलन से जुड़े लिखित दस्तावेज शेयर करने से टूट जाएगा। बीजेपी को जान लेना चाहिए कि हमारा राष्ट्र इस टूलकिट से बहुत ज्यादा मजबूत है।'  

इसके अलावा सीपीआई-एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, महात्मा गांधी के परोपते तुषार गांधी समेत देशभर के जाने माने एक्टिविस्ट, वकील, नेता व आम जनता भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं।

दिशा रवि के समर्थन में कई जगहों पर छात्रों और युवाओं ने प्रदर्शन भी किया है। बेंगलुरु में छात्रों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस को पौधा देकर दिशा को रिहा करने की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी #ReleaseDisha, #JusticeForDisha, #IamwithDisha जैसे हैशटेग ग्लोबल ट्रेंड का हिस्सा बन चुके हैं। 

दिशा के समर्थन में अंतराष्ट्रीय समुदाय के सामाजिक कार्यकर्ता भी आगे आए हैं और भारत सरकार से उसकी रिहाई के लिए अपील कर रहे हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने भी दिशा की गिरफ्तारी की निंदा की है। उन्होंने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने 21 वर्षीय दिशा को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उन्होंने किसानों के समर्थन में सोशल मीडिया टूलकिट पोस्ट किया। सरकार एक्टिविस्टों को चुप कराने के लिए उन्हें टारगेट कर रही है। दिशा की गिरफ्तारी भी उसी तरह हुई है जैसे पिछले दिनों नवदीप कौर को डिटेन किया गया था।'