ED और BJP मिले हुए हैं, चुनाव आयोग संज्ञान ले, कांग्रेस ने केंद्रीय जांच एजेंसी पर लगाए गंभीर आरोप

जब ED के बचाव में भाजपा सुबह-सुबह खुल कर आ जाए तो उनकी मिलीभगत, जुगलबंदी और एजेंसियों का छत्तीसगढ़ और राजस्थान में राजनीतिक दुरूपयोग स्पष्ट हो जाता है: जयराम रमेश

Updated: Nov 04, 2023, 01:15 PM IST

नई दिल्ली। चुनावी राज्यों में इन दिनों केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की सक्रियता बढ़ी हुई है। कांग्रेस ने भाजपा और जांच एजेंसी के बीच मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि ED और BJP मिले हुए हैं। जयराम रमेश ने ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा की हार तय है।

दरअसल, ईडी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर्स छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुके हैं। हालांकि, ईडी ने इसके साथ ये भी कहा कि ये जांच का विषय है। बावजूद भाजपा द्वारा लगातार सीएम बघेल को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में अब कांग्रेस ने भी ईडी और बीजेपी के संबंधों को मुद्दा बनाया है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'जब ED के बचाव में भाजपा सुबह-सुबह खुल कर आ जाए तो उनकी मिलीभगत, जुगलबंदी और एजेंसियों का छत्तीसगढ़ और राजस्थान में राजनीतिक दुरूपयोग स्पष्ट हो जाता है। चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए। भरोसा बरकरार, फिर एक बार कांग्रेस सरकार।'

कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय में जयराम रमेश, केसी वेनूगोपाल और अभिषेक मनुसिंघवी ने इस मामले में मीडिया से बातचीत भी की। जयराम रमेश ने कहा कि ये जांच एजेंसियों का साफ दुरुपयोग है। ये प्रतिशोध की राजनीति है और इसलिए अपनाया जा रहा है क्योंकि बीजेपी की हार निश्चित है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों राज्यों में भरोसा बरकरार है, फिर से कांग्रेस सरकार है।

वहीं, KC वेणुगोपाल ने कहा कि जब भी चुनाव आता है, भाजपा के लिए ED हथियार बन जाता है। छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार लोकप्रिय है। भाजपा का एक ही लक्ष्य है कि हमारे मुख्यमंत्री की छवि को खराब किया जाए। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छत्तीसगढ़ की सरकार और मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए स्पष्ट साजिश है। इस साजिश का जवाब छत्तीसगढ़ की जनता देगी।

सुप्रीम कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता व कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि, 'छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों को ED द्वारा परेशान किया जा रहा है। इन कर्मचारियों के बारे में चार्जशीट में कोई भी तथ्य नहीं दिया गया है। इनको बताया नहीं जाता कि ये अभियुक्त हैं या साक्ष्य हैं। आज ED का मतलब BJP का Election Department हो गया है।'