16वें वित्त आयोग का गठन, नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया को बनाया गया अध्यक्ष

नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर अरविंद पनगढ़िया को 16वें वित्त आयोग का चेयरमैन बनाया गया है। केंद्र सरकार ने रविवार को एक गजट नोटिफिकेशन में यह जानकारी दी है।

Updated: Dec 31, 2023, 06:13 PM IST

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 16वें वित्त आयोग का गठन कर दिया है। नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर अरविंद पनगढ़िया  को 16वें वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। यह आयोग एक अप्रैल, 2026 से अगले 5 साल के लिए सिफारिशें देगा। आयोग 31 अक्टूबर, 2025 तक राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।

केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव ऋत्विक रंजनम पांडेय आयोग के सचिव होंगे। इसमें कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अरविंद पनगढ़िया को चेयरमैन बनाते हुए वित्त आयोग का गठन करके प्रसन्न हैं। आयोग के सदस्यों को अलग से नोटिफाई किया जाएगा।

बता दें कि वित्त आयोग एक संवैधानिक संस्था है जिसका गठन संविधान के अनुच्छेद 280 के तहत किया जाता है। इसका काम केंद्र और राज्यों की वित्तीय स्थितियों का मूल्यांकन करना, उनके बीच टैक्स के बंटवारे की सिफारिश करना और राज्यों के बीच टैक्स के वितरण की रूपरेखा तय करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोंदी ने पनगढ़िया को 2015 में नीति आयोग का पहला उपाध्यक्ष बनाया था। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में योजना आयोग को खत्म करके उसकी जगह नीति आयोग बनाया गया था।

30 सितंबर, 1952 को जन्मे पनगढ़िया कोलंबिया यूनिवर्सिटी (न्यूयॉर्क) में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। इससे पहले वह एशियाई विकास बैंक (ADB) के मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके हैं। उन्होंने विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व व्यापार संगठन (WTO) में भी कई पदों पर काम किया है।