दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की गर्जन रैली, MSP की मांग को लेकर डटे 50 हजार अन्नदाता

दिल्ली में भारतीय किसान संघ की ओर से किसान गर्जना रैली का आयोजन किया गया है, देशभर के हजारों किसान रामलीला मैदान में डटे हुए हैं।

Updated: Dec 19, 2022, 11:55 AM IST

नई दिल्ली। दिसंबर की कड़कड़ाती सर्दी के बावजूद देशभर हजारों की किसान राजधानी दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में पहुंचे हैं। भारतीय किसान संघ की ओर से यहां किसान गर्जना रैली का आयोजन किया गया है। रैली में करीब 50 से 55 हजार किसान एमएसपी व अन्य मांगों को लेकर जुटे हुए हैं।

किसान गर्जना रैली में सरकार के सामने किसानों की मांगों को पेश किया गया। किसान नेताओं ने मंच से साफ कहा कि अगर सरकार ने किसानों के हितों में उनकी मांगों को नहीं माना तो आने वाले समय में उसके लिए संकट खड़ा हो सकता है। रामलीला मैदान में ‘किसान गर्जना रैली’ के राजधानी के कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सुबह से लगातार किसानों के जत्थे आ रहे हैं।

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रामलीला मैदान में किसानों की रैली को देखते हुए दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर सघन चेकिंग की जा रही है। भारतीय किसान संघ ने दावा किया कि दिल्ली के रामलीला मैदान में गर्जना रैली में 560 जिलों की 60000 ग्राम समितियों से 1 लाख के करीब किसान रामलीला मैदान में जुटे हैं। ये सभी किसान अपने साधनों से आए हैं। खाना और खर्च खुद वहन कर‌ रहे हैं। शाम 4 बजे तक गर्जना रैली होगी, इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।

प्रदर्शन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और गुजरात से भी किसान पहुंचे हैं। इन किसानों की मांग है कि फसल का दाम लागत के आधार पर तय किया जाए. इसके साथ ही किसान सम्मान निधि में पर्याप्त बढ़ोतरी के साथ ही किसान कृषि से जुड़े सभी सामानों पर जीएसटी खत्म करने की मांग भी कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि अपनी फसल का मूल्य तय करने का किसान को हक होना चाहिए।

विपक्षी दल कांग्रेस ने किसानों की मांग का समर्थन किया है। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, 'सरकार ने आश्वासन दिया था कि समस्याओं का समाधान निकालेगी मगर कुछ भी अमल में नहीं आया। यह समय है कि भारत सरकार किसानों के मुद्दों पर ध्यान दे नहीं तो वो किसानों द्वारा एक और विरोध प्रदर्शन को आमंत्रित करेंगे।'