चीन के मुद्दे पर राज्यसभा में जोरदार हंगामा, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने किया वॉकआउट

कांग्रेस ने राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नोटिस के बाद भी चीन मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई।

Updated: Dec 19, 2022, 07:28 AM IST

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में तवांग झड़प काफी अहम मुद्दा बना हुआ है। जहां विपक्ष सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है, वहीं सरकार चर्चा से भागती नजर आ रही है। ऐसे में चीन के मुद्दे पर सोमवार को भी संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला।

चीन के मुद्दे पर विपक्षी दल के नेताओं ने आज कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में हंगामा शुरू कर दिया और वॉकआउट कर गए। इस दौरान केंद्र को घरते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चीनी हमारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हम चर्चा नहीं करेंगे तो और क्या चर्चा करेंगे? 

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खड़गे ने कहा कि चीन सीमा पर साजिश रच रहा है। अतिक्रमण कर रहा है। यह बड़ा मुद्दा बन गया है, लेकिन सरकार चर्चा से बच रही है। विपक्ष के सदस्य नोटिस देते हैं तो इन्कार कर दिया जाता है। इससे सदन के बाहर ऐसा मैसेज जा रहा है, मानो विपक्षी सदस्यों को नियमों की जानकारी नहीं है और वो कभी भी उठकर कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हम नियमानुसार चर्चा की मांग कर रहे हैं। चीन पर चर्चा जरूरी है।

वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि गलवान में 20 जवानों की शहादत का बदला लेने के बजाय मोदी सरकार चीन के साथ लाखों करोड़ का व्यापार कर रही है। मोदी सरकार भारत के लोगों का व्यापार छीनकर दुश्मन देश चीन को सशक्त बना रही है, ताकि चीन और मिसाइल और हथियार खरीदे और हमारे देश पर हमला करे।

वहीं सरकार का बचाव करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने चीन मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर कहा कि मैं ऑब्जेक्शन करना चाहता हूं। इससे पहले भी यूपीए सरकाक के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि साल 2012 में भी चीनी अतिक्रमण के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई थी।