राजस्थान और एमपी के बाद हिमाचल में भी बर्ड फ्लू का ख़तरा, हजारों पक्षियों की मौत

राजस्थान में 300 से ज्यादा कौओं की हो चुकी है मौत, मध्यप्रदेश के इंदौर में भी सैंकड़ों कौए संदिग्ध हालत में मृत पाए गए, अब हिमाचल से भी 1000 पक्षियों की मौत का खबर

Updated: Jan 03, 2021, 08:28 PM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
Photo Courtesy: Amar Ujala

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संकट के बीच आशंका है कि अब बर्ड फ्लू ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में कौओं की संदिग्ध मौत के बाद अब हिमाचल से भी पक्षियों की मौत की खबर सामने आई है। हिमाचल में एक हजार से ज्यादा पक्षियों की मौत हो गई है। मृत पक्षियों का सैंपल जांच के लिए मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित लैब भेजा गया है। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम अभयारण्य में बीते एक हफ्ते में 1,000  से अधिक प्रवासी पक्षी मृत पाए गए हैं। अभयारण्य में हर साल अक्तूबर से मार्च तक रूस, साइबेरिया, मध्य एशिया, चीन, तिब्बत समेत कई अन्य देशों से विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे प्रवासी परिंदे आते हैं। अब इन प्रवासी पक्षियों की अचानक मौत हो रही है। वन विभाग ने बर्ड फ्लू की आशंका जताई है जिसके कारण झील में सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

इसके पहले राजस्थान के जोधपुर, झालावाड़ और नागौर में बड़ी संख्या में कौओं की मौत हुई थी। जनकरी के मुताबिक बीते 10 दिनों में राजस्थान में 300 से ज्यादा कौए मृत पाए गए हैं। इसके कुछ दिनों बाद ही मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित डेली कॉलेज कैंपस में 80 ज्यादा कौए मृत पाए गए। राजस्थान और इंदौर में कौओं में वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। कौवों की मौत H5N8 एवियन इन्फ्लूएंजा से हुई है।

अबतक इस बात को लेकर राहत जताई जा रही थी कि यह बर्ड फ्लू सिर्फ कौओं तक ही सीमित है। लेकिन अब हिमाचल का मामला सामने आने के बाद चिंता बढ़ गई है, क्योंकि वहां विभिन्न प्रजाति के पक्षियों की मौत हुई है। हालांकि, अभी हिमाचल के मृत पक्षियों के सैंपल को जांच करने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि उनकी मौत किस फ्लू के कारण हुई है। यदि, उनमें भी ठीक वही फ्लू पाया जाता है तो यह खतरनाक साबित हो सकता है।

जानकारों की मानें तो N5N8 एवियन इन्फ्लूएंजा H5N1 से लेकर H5N5 टाइप तक का वायरस ज्यादा घातक बर्ड फ्लू होता है, जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी में फैलता है। यदि यह बर्ड फ्लू मुर्गियों में फैल गया तो यह इंसानियत के लिए बड़ा खतरा होगा। चूंकि मुर्गियों से इंसानों में वायरस फैलने की संभावना सबसे अधिक होती है।