मुझे सत्ता में कोई दिलचस्पी नहीं, मैं अपने देश को समझने की कोशिश कर रहा हूं: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बुक लॉन्चिंग इवेंट के दौरान कहा कि मायावती ने सीबीआई और ईडी के डर से हमारे मैसेज का जवाब तक नहीं दिया

Updated: Apr 09, 2022, 09:13 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को दिल्ली राजधानी दिल्ली स्थित जवाहर भवन में "दलित ट्रुथ" पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा, ‘मुझे सत्ता में कोई दिलचस्पी नहीं है, मैं इस देश को समझने की कोशिश कर रहा हूं।’ इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मायावती ने सीबीआई और ईडी के डर से उनके मैसेज का जवाब नहीं दिया।

राहुल गांधी ने कहा कि, 'मायावती केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दबाव और डर की वजह से उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ीं। हम मायावती को मुख्यमंत्री बनाने को तैयार थे। हमने मायावती को मेसेज दिया कि गठबंधन करिए, मुख्यमंत्री बनिए, उन्होंने बात तक नहीं की। सीबीआई और ईडी से डरती हैं वो। कांशीराम ने दलितों को आवाज दी, दलितों को जगाया लेकिन आज मायावती कहती हैं कि वह दलितों की आवाज के लिए नहीं लड़ेंगी।'

राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर संविधान के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि, 'संविधान पर यह आक्रमण उस दिन से शुरू हुआ था जब महात्मा गांधी की छाती में तीन गोलियां भेदी गईं। आंबेडकर ने हमें संविधान दिया मगर आज इसका कोई मतलब नहीं है, क्योंकि पैगासस, सीबीआई, ईडी आदि संस्थान मिलकर संविधान को लागू किए जाने से रोक रहे हैं। जब तक जनता के अंदर से आवाज नहीं निकलेगी संविधान अपना काम नहीं कर सकता। संविधान पर चोट यानी सीधी चोट देश के सबसे कमजोर आदमी पर पड़ती है। हमें इनसे लड़ने की जरूरत है अंबेडकर ने, गांधी ने जो रास्ता दिखाया था उस पर चलने की जरूरत है।'

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, 'मैं सत्ता के बीच में पैदा हुआ और बड़ी अजीब सी बीमारी है कि मुझे उसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। मैं अपने देश को समझने की कोशिश कर रहा हूं। इस कोशिश में ही मुझे पता चला कि दुनिया में एकमात्र भारत ऐसा देश है जहां पर छुआछूत आज भी मौजूद है। एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को केवल उसकी जाति की वजह से पसंद नहीं करता है। देश को इस सोच से उभरने की जरूरत है। मेरे देश ने बिना कोई कारण मुझे इतना प्यार दिया। यह देश का कर्ज है मेरे ऊपर इसलिए मैं देश को लगातार समझने की कोशिश में जुटा हूं। हालांकि देश ने मुझे बहुत जूते भी मारे, मुझे दर्द भी हुआ पर मैं जानता हूं देश मुझे सिखाना चाहता है इसलिए मैं देश को समझने की कोशिश करता हूं।'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जवाहर भवन में पूर्व आईएएस अधिकारी के राजू द्वारा संपादित निबंध संग्रह का विमोचन किया। यह पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया की 'रिथिंकिंग इंडिया' श्रृंखला का आठवां खंड है।