नेताजी की मूर्ति का चुनाव ठीक नहीं, मूर्ति की मुद्रा पर जावेद अख्तर ने की टिप्पणी

जावेद अख्तर ने दलील दी कि मूर्ति सलामी की मुद्रा में है, जो कि नेताजी की गरिमा के अनुरूप नहीं है

Updated: Jan 27, 2022, 10:18 AM IST

नई दिल्ली। इंडिया गेट पर स्थापित की गई नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर जावेद अख्तर ने टिप्पणी की है। गीतकार जावेद अख्तर ने मूर्ति की मुद्रा के चुनाव पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि मूर्ति जिस मुद्रा में है वह नेताजी की गरिमा के अनुरूप नहीं है। 

जावेद अख्तर ने कहा कि जिस जगह मूर्ति स्थापित की गई है, वहां से कई लोग गुज़रा करेंगे। और इस दौरान नेताजी की मूर्ति सलामी दे रही होगी। जो कि नेताजी की गरिमा को ठेस पहुंचाती है। जावेद अख्तर ने कहा कि इसके बजाय नेताजी की मूर्ति को किसी और मुद्रा में भी स्थापित किया जा सकता था। 

जावेद अख्तर ने ट्वीट करते हुए कहा कि नेताजी की मूर्ति स्थापित करने का विचार तो ठीक है, लेकिन मूर्ति का चुनाव ठीक नहीं है। दिन भर यातायात चलता रहेगा और मूर्ति सलामी की मुद्रा में खड़ी रहेगी। जो कि नेताजी की गरिमा को ठेस पहुंचाएगी।जावेद अख्तर ने कहा कि उनके हिसाब से नेताजी की कोई ऐसी मूर्ति स्थापित की जानी चाहिए थी जिसमें नेताजी या तो बैठे हुए हों या फिर किसी नारे को देने की मुद्रा में हों। 

दरअसल हाल ही में इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति स्थापित की गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने नेताजी की जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया था। स्थापित की गई मूर्ति में नेताजी की प्रतिमा सलामी की मुद्रा में है। जिसको लेकर कई लोग नाराज़गी भी जता रहे हैं। और मोदी सरकार पर इसकी आड़ में राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।