Kanpur Encounter: तीन गिरफ्तार, 15 आरोपियों की तस्वीर जारी

विकास दुबे और कानपुर के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के बीच नजदीकियों के आरोप, BJP विधायकों ने भी नकारे विकास दुबे से संबंध

Publish: Jul 08, 2020, 07:14 AM IST

कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में पिछले हफ्ते पुलिस पर घात लगाकर किए गए हमले के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे के 15 संदिग्ध साथियों और अपराधियों की तस्वीरें जारी की गई हैं। विकास की एक करीबी रिश्तेदार क्षमा, उसके पड़ोसी सुरेश वर्मा और घरेलू सहायिका रेखा को गिरफ्तार किया गया है। रेखा पांच जुलाई को गिरफ्तार किए गए दयाशंकर अग्निहोत्री की पत्नी है। पुलिस पर घात लगाकर हमला करने वाले 17 आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि पुलिस ने दुबे के 15 संदिग्ध और इनामी अपराधी साथियों के पोस्टर जगह-जगह लगाने शुरू किए हैं। उनमें से ज्यादातर पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि इन लोगों की तस्वीरें कानपुर नगर पुलिस ने कानपुर देहात पुलिस को सौंपी हैं, ताकि उनके बारे में सूचना मिलने और उन्हें पकड़ने में मदद मिल सके।

पिछले हफ्ते हुए हमले में मारे गए बिल्हौर के पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा के एक कथित पत्र की जांच सौंपे जाने के बाद लखनऊ जोन की पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह बिल्हौर स्थित मिश्रा के दफ्तर पहुंचीं। एक अधिकारी ने बताया कि लक्ष्मी सिंह ने स्टाफ के सदस्यों से सवाल-जवाब किए, दस्तावेज और कंप्यूटर के डाटा को खंगाला। उन्होंने कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और कुछ अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिया।


Poilice के साथ नज़दीकियों की जांच की मांग

इस बीच पुलिस महानिरीक्षक (सिविल डिफेंस) अमिताभ ठाकुर ने कानपुर के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव और माफिया विकास दुबे के गुर्गे जय वाजपेई के बीच कथित नज़दीकियों की जांच की मांग की। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में अमिताभ ने कहा कि मीडिया में अनंत देव और जय की कई तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। जय अपराधी विकास दुबे का खास आदमी माना जाता है। उन्होंने कहा कि आपराधिक रिकॉर्ड होने के बावजूद पासपोर्ट आवेदन की प्रक्रिया में की गई जांच में पुलिस ने उसे क्लीनचिट दे दी थी।

उन्होंने कहा कि ऐसी आपराधिक छवि वाले व्यक्ति और कानपुर के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव के बीच करीबी रिश्ता गहरी चिंता का विषय है और इसकी जांच की जानी चाहिए। अमिताभ ने देव को एसपीएफ की तैनाती से हटाने की मांग भी की और कहा कि उनके पद पर बने रहने से दुबे और उसके साथियों के खिलाफ की जा रही जांच प्रभावित हो सकती है।

भाजपा विधायकों ने किया विकास दुबे को बचाने के आरोप का खंडन

इस बीच, भाजपा विधायकों भगवती सागर और अभिजीत सांगा ने आपराधिक मामलों में राहत दिलाने के विकास दुबे के दावों को गलत बताया है। दोनों ने मामले की जांच की मांग की है। दरअसल, दुबे का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उसने वर्ष 2017 में एसटीएफ द्वारा पूछताछ में इन विधायकों का नाम लेकर कहा है कि वे दोनों उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों से उसका नाम हटवाते थे। वीडियो में विकास कह रहा है कि बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर और बिठूर से इसी पार्टी के विधायक अभिजीत सिंह सांगा, जिला पंचायत अध्यक्ष और कई गांवों के प्रधान उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों से उसका नाम निकलवाने के लिए उसके पक्ष में शपथ पत्र देते थे।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर उसके साथियों ने घात लगाकर हमला किया था। इस वारदात में आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी। इस मामले में चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी, दरोगा कुंवर पाल तथा कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव को निलंबित कर दिया गया है। उन पर पुलिस की कार्रवाई की सूचना विकास दुबे को देने का आरोप है।