मणिपुर में सेना के काफिले पर उग्रवादी हमला, कर्नल दंपत्ति, उनके बेटे समेत चार जवानों की मौत
मणिपुर में तैनात 46 असम रायफल के कमांडिंग अफसर अपने परिवार और सुरक्षाबलों के साथ जा रहे थे, इसी दौरान घात लगाए उग्रवादियों ने उनपर हमला कर दिया

इंफाल। मणिपुर में शनिवार को उग्रवादियों ने सेना के काफिले घातक हमला कर दिया। इस हमले में एक कर्नल और उनके परिवार के सदस्यों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि फॉरवर्ड बेस से असम राइफल के कर्नल अपनी पत्नी और बेटे के साथ लौट रहे थे, तभी अचानक घात लगाए आतंकियों ने हमला कर दिया। इस घटना में चार सेना की जवानों की भी मौत हुई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी शनिवार को एक फॉरवर्ड कैंप गए थे और वहां से वापस लौट रहे थे जब उनके काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। घटना चुराचांदपुर जिले के सिंघट में हुई, जहां उग्रवादियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर IED अटैक कर दिया। हमले में त्रिपाठी दंपत्ति और उनके बेटे की मौके पर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले हैं।
यह भी पढ़ें: किसानों को कोसना फैशन हो गया है, दिल्ली में दमघोंटू हवा पर SC ने केंद्र सरकार को फटकारा
इसके अलावा कर्नल त्रिपाठी के साथ QRT में मौजूद चार अन्य जवानों की भी मौत हो गई। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटने की निंदा की है। राजनाथ सिंह ने इसे कायरतापूर्ण हमला करार देते हुए कहा है कि हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा।
The cowardly attack on an Assam Rifles convoy in Churachandpur, Manipur is extremely painful & condemnable. The nation has lost 5 brave soldiers including CO 46 AR and two family members.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 13, 2021
My condolences to the bereaved families. The perpetrators will be brought to justice soon.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि प्रदेश की पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स उग्रवादियों से निपट रहे हैं। हमलावरों को बक्शा नहीं जाएगा।
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel including the CO & his family at CCpur today. The State forces & Para military are already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) November 13, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले के पीछे मणिपुर के आतंकी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी या PLA का हाथ है। हालांकि अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पिछले कुछ वर्षों में मणिपुर में हुआ यह सबसे घातक हमला है।