पाई-पाई जोड़ कर प्रीमियम भरने वालों से भी मोदी सरकार ने 24 हज़ार करोड़ वसूले: राहुल गांधी

हर आपदा से पहले ‘टैक्स का अवसर’ तलाशना भाजपा सरकार की असंवेदनशील सोच का प्रमाण है।INDIA गठबंधन इस अवसरवादी सोच का विरोध करता है: राहुल गांधी

Publish: Aug 06, 2024, 04:17 PM IST

नई दिल्ली। लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पर GST हटाने की मांग तूल पकड़ने लगी है। विपक्षी दलों ने बीमा पर जीएसटी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नेतृत्व में मंगलवार को विपक्षी सांसदों ने इसे लेकर प्रदर्शन किया। राहुल गांधी ने कहा है कि स्वास्थ्य और जीवन बीमा को GST मुक्त करना ही होगा।

संसद में प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'जीवन में आने वाले स्वास्थ्य संकट में किसी के आगे झुकना ना पड़े, इसलिए पाई-पाई जोड़ कर हर साल हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम भरने वाले करोड़ों आम हिंदुस्तानियों से भी मोदी सरकार ने ₹24 हज़ार करोड़ वसूल लिए। हर आपदा से पहले ‘टैक्स का अवसर’ तलाशना भाजपा सरकार की असंवेदनशील सोच का प्रमाण है।' 

राहुल गांधी ने आगे कहा कि INDIA गठबंधन इस अवसरवादी सोच का विरोध करता है। स्वास्थ्य और जीवन बीमा को GST मुक्त करना ही होगा। वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज संसद के प्रांगण में INDIA पार्टियों ने स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर 18% GST तुरंत हटाए जाने की माँग की क्योंकि ये यह ज़बरदस्ती उगाही हमारी जनता, ख़ासकर मध्यम वर्ग पर कड़ा प्रहार है।

उन्होंने आगे लिखा, 'मध्यम वर्ग पहले से ही मोदी सरकार की टैक्स वसूली नीतियों के बोझ तले जूझ रहा है। 2024 में भारत का चिकित्सा महँगाई दर एशिया में सबसे अधिक — 14% पर है। ऊपर से जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा पर ये "गब्बर सिंह टैक्स" —अमानवीय है, और भाजपा की "आपदा में अवसर" से लूट की नीति का एक और निंदनीय उदाहरण है।'

बता दें कि भाजपा के कद्दावर नेता व सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस मांग का समर्थन किया है। गडकरी ने बीते दिनों वित्त मंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पर 18 फीसदी GST हटाई जाए।