सूरत में कोरोना मरीजों के लिए आई नई मुसीबत, ठीक होने के बाद लोगों की निकालनी पड़ रही है आंख

सूरत में म्यूकोर माइकोसिस नामक बीमारी कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को अपनी चपेट में ले रही है, अब तक 40 मामले इस घातक बीमारी के आ चुके हैं, जिसमें से आठ लोगों की आंखें निकालने की नौबत आन पड़ी है

Updated: May 07, 2021, 08:54 AM IST

Photo Courtesy: Newsyolo.com
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सुरत। गुजरात के सूरत में लोगों को कोरोना से ठीक होने के बाद भी राहत नहीं मिल रही है। कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों को म्यूकोर माइकोसिस नामक बीमारी अपनी चपेट में ले रही है। जिसके बाद मरीजों की आंख निकालने तक की नौबत आन पड़ी है। सूरत में अब तक 40 मामले इस घातक बीमारी के सामने आ चुके हैं। जिसमें कुल 8 लोगों की आंख निकालनी पड़ी है। 

बीमारी इतनी घातक है कि या तो मरीज़ की आंख निकालनी पड़ती है या तो मरीज़ की मौत हो जाती है। पिछले 15 दिनों से सूरत में इस बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक यह मूलतः एक फंगल इन्फेक्शन है। जो कि नाक और मरीज़ से होते हुए इंसान के दिमाग तक पहुंच जाता है। जिसके परिणामस्वरूप मरीज़ की मौत हो जाती है। डॉक्टरों के मुताबिक मरीज़ के कोरोना से ठीक होने के बाद यह इन्फेक्शन पहले साइनस में पहुंचता है, उसके दो चार दिन में यह इन्फेक्शन मरीज़ की आंख में पहुंच जाता है। 

दरअसल साइनस और आंख के बीच हड्डी होने की वजह से इन्फेक्शन को आंख तक पहुंचने में देरी लगती है। लेकिन आंख और दिमाग के बीच हड्डी न होने की वजह से इसे मरीज़ के दिमाग में पहुंचने में देर नहीं लगती। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह इन्फेक्शन सबसे पहले कमज़ोर इम्यूनिटी वाले मरीजों पर अटैक कर रहा है। डायबिटीज़ के मरीजों के लिए अधिक घातक है। सिर दर्द, बदन दर्द की शिकायत को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।