Omar Abdullah: बीजेपी में जश्न और हमारी मीटिंग भी बैन
Jammu and Kashmir: धारा 370 हटाए जाने की पहली वर्षगांठ पर बीजेपी नेताओं ने मनाया जश्न, फारुख अब्दुल्ला को नहीं मिली निवास पर मीटिंग की इजाज़त
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बुधवार (5 अगस्त) को अनुच्छेद 370 हटाए जाने की पहली वर्षगांठ पर बीजेपी नेताओं ने मिठाई बांटकर जश्न मनाया है। बीजेपी नेताओं के इकट्ठा होकर जश्न मनाने की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। जबकि फारुख अब्दुल्ला को उनके निवास पर बैठक करने की अनुमति नहीं मिली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इसपर आपत्ति जताई है।
अब्दुल्ला ने बीजेपी नेताओं की मिठाई बांटती तस्वीरों को रिट्वीट कर लिखा, 'बीजेपी अपनी हिपोक्रिसी दिखा रही है। ये लोग इकट्ठे होकर जश्न मना रहे हैं, वहीं हम जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालातों पर चर्चा करने के लिए मीटिंग भी नहीं कर सकते हैं।
BJP displaying its hypocrisy. They can gather & celebrate. The rest of us can’t even meet to discuss what’s happening in J&K. https://t.co/M3aj4glqax
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 5, 2020
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्रशासित प्रदेश की मौजूदा परिस्थितियों पर चर्चा करने के लिए अपने आवास पर एक बैठक बुलाई थी। उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर बताया कि कड़े प्रतिबंधों के कारण इस बैठक का आयोजन नहीं हो पाया। उमर ने ट्वीट कर सवाल किया है कि बीजेपी नेताओं को अनुच्छेद 370 हटाए जाने का वर्षगांठ मनाने का परमिशन कैसे मिल जाता है जबकि हम अपने लॉन में भी नहीं मिल सकते हैं।
One year later the authorities are still too afraid to allow us to meet much less carry out any normal political activity. This fear speaks volumes about the true situation on the ground in Kashmir.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 5, 2020
उमर ने आगे कहा है कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने के एक साल बाद भी अधिकारियों को हमारे सामान्य राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने से डर है। अधिकारियों का यह डर कश्मीर के जमीनी हकीकत को प्रदर्शित करती है। बीजेपी इस तिथि को यादगार बनाने के लिए 15 दिन के उत्सव मनाने की घोषणा करती है वहीं हमें चंद लोगों से मिलने की अनुमति नहीं है। बता दें कि बुधवार को घाटी में कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंकाओं को देखते हुए एक दिन पहले से ही कर्फ्यू लगा दिया गया था, हालांकि इसके बाद भी बीजेपी नेताओं ने जगह-जगह पर जश्न मनाए।