मोदी सरकार के विभाजन दिवस पर पी चिदंबरम की नसीहत, कहा परिपक्व देश की तरह पेश आए भारत
चिदंबरम ने कहा कि अगर भारत की तर्ज पर ही पाकिस्तान भी 15 अगस्त को विभाजन विभीषिका निंदा दिवस के तौर पर मनाने लग जाए, तब क्या होगा?

नई दिल्ली। 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के तौर पर मनाए जाने के मोदी सरकार के फैसले का पुरजोर विरोध हो रहा है। अब कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चिदंबरम ने कहा है कि भारत को एक परिपक्व और अनुभवी देश के तौर पर पेश आना चाहिए।
पी चिदंबरम ने मोदी सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि विभाजन की विभीषिका कोई एक दिन की घटना नहीं थी। पीएम मोदी ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका निंदा दिवस तो घोषित कर दिया लेकिन क्या सोचा है कि अगर पाकिस्तान भी 15 अगस्त को बँटवारा दहशत निंदा दिवस घोषित कर दे तो?भारत और पाकिस्तान पड़ोसी देश हैं। दुश्मनी को परे रखते हुए भारत को परिपक्वता और समझदारी का परिचय देना चाहिए।
What will India do if Pakistan designates August 15 as ‘Partition Horrors Condemnation Day’?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 15, 2021
Hostility apart, India and Pakistan are neighbours. We can change our friends but we cannot change our neighbours
India should behave as a mature and seasoned nation
One thing you learn from history is that you can learn the wrong lessons from history. This ‘Partition Horrors Remembrance Day’ is an example of this: using the past to sow hatred in the minds of ordinary people in the present, pitting Hindus vsMuslims for base political motives.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 15, 2021
चिदंबरम के साथ ही कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी मोदी सरकार के का निर्णय की निंदा की है। शशि थरूर ने कहा है कि आप इतिहास से एक चीज़ सीखते हैं कि आप इतिहास से गलत चीजों को ही सीख सकते हैं। विभाजन विभीषिका दिवस भी इसी का एक उदाहरण है कि वर्तमान में आम लोगों के मन में नफ़रत के बीज बोने के लिए कैसे अतीत का उपयोग किया जाता है। सिर्फ अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए हिंदू और मुसलमानों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है।कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें इन चीजों से परे हटकर आपसी मेल जोल और एकता को प्रमोट करना चाहिए।