लेह हिंसा के बाद एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक गिरफ्तार, NGO का लाइसेंस रद्द होने पर सरकार को दी थी वॉर्निंग

वांगचुक की अगुवाई में लद्दाख राज्य का आंदोलन बुधवार को लेह में हिंसा, आगजनी और हिंसा में बदल गया था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 40 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 80 लोग घायल हो गए।

Updated: Sep 26, 2025, 04:39 PM IST

लद्दाख। लेह पुलिस ने शुक्रवार को सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गई है। वांगचुक को सरकार ने भड़काऊ बयान देने के लिए दोषी ठहराया है, जिसके बाद लद्दाख में हिंसा भड़क गई थी। अधिकारियों का कहना है कि वांगचुक की अगुवाई में लद्दाख राज्य का आंदोलन बुधवार को लेह में हिंसा, आगजनी और हिंसा में बदल गया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 40 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 80 लोग घायल हो गए।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 24 सितंबर की रात एक बयान में आरोप लगाया था कि कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और राजनीति से प्रेरित कुछ ऐसे लोग, जो सरकार और लद्दाखी समूहों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत में हुई प्रगति से खुश नहीं हैं, उनके भड़काऊ बयानों की वजह से भीड़ हिंसक हो गई।

हालांकि, सोनम वांगचुक ने सरकार के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने लद्दाख में हाल ही में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के लिए गृह मंत्रालय द्वारा उन्हें जिम्मेदार ठहराए जाने को बलि का बकरा बनाने की रणनीति बताते हुए गुरुवार को कहा कि इसका उद्देश्य हिमालयी क्षेत्र की मूल समस्याओं से निपटने से बचना है। उन्होंने कहा, 'ये कहना कि हिंसा मेरे या कांग्रेस द्वारा भड़काई गई थी, समस्या के मूल से निपटने के बजाय बलि का बकरा ढूंढ़ने जैसा है, और इससे कोई हल नहीं निकलेगा।'

वांगचुक ने कहा, 'वे किसी को बलि का बकरा बनाने की चालाकी कर सकते हैं, लेकिन वे बुद्धिमान नहीं हैं। इस समय, हम सभी को चतुराई की बजाय बुद्धिमत्ता की आवश्यकता है, क्योंकि युवा पहले से ही निराश हैं। सोनम वांगचुक ने कहा, 'मैं देख रहा हूं कि वे कुछ ऐसा मामला बना रहे हैं, ताकि मुझे जन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार करके दो साल के लिए जेल में डाल सकें। मैं इसके लिए तैयार हूं, लेकिन सोनम वांगचुक को आजाद रखने की बजाय जेल में डालने से समस्याएं और बढ़ सकती हैं।'

सोनम वांगचुक की गैर-लाभकारी संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का एफसीआरए (FCRA), 2010 के तहत विदेशी चंदा लेने का रजिस्ट्रेशन गृह मंत्रालय ने गुरुवार को रद्द कर दिया था। इसे लेकर भी उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी।