जो लोकतांत्रिक चरित्र खो चुके हैं, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेंगे, संविधान दिवस पर पीएम मोदी

देशभर में आज मनाया जा रहा है संविधान दिवस, सेंट्रल हॉल में पीएम मोदी ने दिया भाषण, बोले- देश ऐसी संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान प्रेमियों के लिए चिंता का विषय है

Updated: Nov 26, 2021, 06:56 AM IST

नई दिल्ली। देशभर में आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल हॉल से देश को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में विपक्षी दलों ने हिस्सा नहीं लिया था। इसपर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी में कहा कि विरोध कोई आज से नहीं हो रहा है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश में लोकतंत्र पर संकट को लेकर चिंता भी जताई।

पीएम मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां। योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है।' 

जो लोकतांत्रिक चरित्र खो चुके वे लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेंगे: PM

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, 'संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं। जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं। महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन में आधिकारों को लिए लड़ते हुए भी, कर्तव्यों के लिए तैयार करने की कोशिश की थी।अच्छा होता अगर देश के आजाद होने के बाद कर्तव्य पर बल दिया गया होता।' 

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, 'बाबासाहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती थी, हम सबको लगा इससे बड़ा पवित्र अवसर क्या हो सकता है कि बाबासाहेब अम्बेडकर ने जो इस देश को जो नजराना दिया है, उसको हम हमेशा एक स्मृति ग्रंथ के रूप में याद करते रहें। आजादी के अमृत महोत्सव में हमारे लिए आवश्यक है कि कर्तव्य के पथ पर आगे बढ़ें ताकि अधिकारों की रक्षा हो।'