यूपी, तेलंगाना और आंध्र में हो रही वैक्सीन की बर्बादी, मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि टीकों की बर्बादी के मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत, बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल नहीं हुए

Updated: Mar 17, 2021, 11:48 AM IST

photo courtesy: ABP News
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में एक बार फिर तेज़ी से बढ़ते कोरोना मामलों पर विचार के लिए बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की बैठक में कई राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी पर चिंता जाहिर की है। मोदी ने कहा है कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी हो रही है, जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश  का हाल भी ऐसा ही है। मोदी ने कहा कि इन राज्यों में 10 फीसदी से ज्यादा वैक्सीन बर्बाद होने की जानकारी मिल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बात की समीक्षा की जानी चाहिए कि आखिर दवा की बर्बादी क्यों हो रही है? बैठक में पीएम मोदी के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे, जबकि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुए।  

मोदी ने कहा कि सभी राज्यों में हर शाम को वैक्सीनेशन की ताज़ा स्थिति की समीक्षा होनी चाहिए और ऐसे उपाय किए जाने चाहिए, जिससे बर्बादी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि हमें एक साल बाद वैक्सीन मिली है, यह वैक्सीन बर्बाद नहीं होनी चाहिए। अगर आप वैक्सीन बर्बाद कर रहे हैं तो आप दूसरों के फायदे के आड़े आ रहे हैं। 

इसके साथ ही मोदी ने देश के कुछ इलाकों में कोरोना की टेस्टिंग और टीकाकरण कम होने का मसला भी बैठक में उठाया। उन्होंने कहा कि  'यह चिंता की बात है कि आखिर कुछ इलाकों में टेस्टिंग और वैक्सीनेशन कम क्यों हो गया है? मेरे ख्याल से यह समय गुड गवर्नेंस को परखने का है। हमारा आत्मविश्वास अति-आत्मविश्वास में तब्दील नहीं होना चाहिए।'

देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने कोरोना संकट से निपटने के लिए बेहतर काम किया है। देश में 96 फीसदी कोरोना संक्रमित लोग ठीक हुए हैं। लेकिन कई राज्यों में कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद अब एक बार फिर से इजाफा हो रहा है। खास तौर पर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़े हैं। मोदी ने कहा कि देश के 70 जिलों में कोरोना की संख्या में 150 फीसदी का इजाफा हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमने महामारी की दूसरी लहर को फौरन नहीं रोका तो मुश्किलें बढ़ जाएंगी। 

मोदी ने कहा कि कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें स्थानीय प्रशासन मास्क को लेकर सख्ती नहीं बरत रहा है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग और वैक्सीनेशन का सिलसिला कमज़ोर नहीं पड़ना चाहिए। खास तौर पर छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा। मोदी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में हमें कुछ आत्मविश्वास मिला है, लेकिन यह अति आत्मविश्वास में तब्दील नहीं होना चाहिए। पीएम ने कोरोना पर काबू पाने के लिए माइक्रो-कंटेनमेंट जोन्स पर काम करने का सुझाव भी दिया।