AMU के शताब्दी समारोह को आज संबोधित करेंगे पीएम मोदी

56 वर्षों बाद कोई पीएम AMU के कार्यक्रम में करेंगे शिरकत, इतिहासकार इरफान हबीब ने कहा, यूनिवर्सिटी स्कॉलर्स की जगह, पीएम आएं न आएं कोई फर्क नहीं पड़ता

Updated: Dec 22, 2020, 03:37 PM IST

Photo Courtesy: Zee News
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नई दिल्ली/अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअली ही कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। 56 वर्षों बाद आज यह पहला मौका होगा जब देश के प्रधानमंत्री अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में किसी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इससे पहले 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने AMU के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। 

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और शताब्दी समारोह को लेकर यूनिवर्सिटी में खास तैयारियां की गई हैं। हालांकि शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी को न्योता देने से यूनिवर्सिटी में छात्रों का एक वर्ग नाखुश है और विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रशासन के इस फैसले का विरोध भी कर रहा है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के विरोध के लिए नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रोटेस्ट करने पर विश्वविद्यालय के छात्रों पर हुई कार्रवाई और यूनिवर्सिटी के माइनॉरिटी स्टेटस को लेकर बीजेपी की जगजाहिर सोच को बड़ा कारण माना जा रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन पर काफी लोगों की नज़रें हैं। 

हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने जेएनयू में विवेकानंद की मूर्ति उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। जहां उन्होंने वामपंथ का गढ़ माने जाने वाले जेएनयू में विश्वविद्यालय के छात्रों को राष्ट्रहित का पालन करने की नसीहत दी थी। लिहाज़ा प्रधानमंत्री मोदी आज के अपने संबोधन में क्या कहते हैं, इसका लोग ज़रूर इंतज़ार कर रहे हैं।

मोदी जैसे प्रधानमंत्री का संबोधन सम्मान की बात नहीं : इरफान हबीब 

उधर इतिहासकार इरफान हबीब ने प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। इरफान हबीब ने कहा है कि यूनिवर्सिटी में स्कॉलर आते हैं, उसमें प्रधानमंत्री आएं न आएं, क्या फर्क पड़ता है। खासकर ऐसे प्रधानमंत्री जो हिन्दुस्तान की संस्कृति को गलत ढंग से पेश कर रहे हों। ऐसे में मोदी का शिरकत करना यूनिवर्सिटी के लिए कोई सम्मान की बात मालूम नहीं पड़ती।